Breaking News

मुख्यमंत्री ने ली उच्च स्तरीय बैठक : कोरोना प्रभावितों के लिए हर जिले में सौ-सौ बेड की व्यवस्था करने के निर्देश

  • इम्पेक्ट न्यूज. रायपुर।

कोरोना वायरस से बचाव के लिए की गई व्यवस्थाओं की समीक्षा

प्रदेश के सभी 6 मेडिकल काॅलेजों में भी की जाए व्यवस्था

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में कोरोना वायरस से बचाव के लिए की गई व्यवस्थाओं और लाॅकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के इंतजामों की समीक्षा की।

मुख्यमंत्री ने राजधानी रायपुर के एम्स और जगदलपुर मेडिकल काॅलेज में कोरोना टेस्टिंग किट और मास्क की उपलब्धता की समीक्षा की। उन्होंने एहतियाती उपायों के तहत हर जिले में कोरोना प्रभावितों के इलाज लिए सौ-सौ बेड की व्यवस्था करने और प्रदेश के सभी मेडिकल काॅलेजों में कोरोना प्रभावितों के इलाज की आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

बैठक में कृषि मंत्री रविन्द्र चैबे और सहकारिता मंत्री डाॅ. प्रेमसाय सिंह टेकाम भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री बघेल लाॅकडाउन के दौरान सभी कलेक्टरों से सम्पर्क में है तथा राजधानी रायपुर में लगातार बैठक लेकर जरूरी निर्देश अधिकारियों को दे रहे हैं।

कोरोना वायरस के संक्रमण और बचाव के लिए सभी जरूरी कदम उठाने की पहल भी कर रहे हैं, जिससे लाॅकडाउन के दौरान गरीब और कमजोर तबकों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो।

बैठक में जानकारी दी गई कि रिम्स मेडिकल काॅलेज को कोविड-19 हाॅस्पिटल के रूप में तैयार किया जा रहा है, यहां 500 बेड की व्यवस्था की जा रही है। अगले 10 दिनों में यह अस्पताल तैयार हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि छत्तीसगढ़ के जो लोग दूसरे प्रदेशों में गए हैं, उन्हें वहीं रहने को कहा गया है। उनके लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं कलेक्टर के माध्यम से कराई जा रही है।

इसी तरह दूसरे प्रदेशों के जो लोग छत्तीसगढ़ में आए हैं, उन्हें यहां रूकने के लिए कहा गया है। उन्हें भी सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है।

मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि फल, सब्जी, दूध की आपूर्ति तथा गेंहू की कटाई और धान की खेती में लगे किसानों और मजदूरों को न रोका जाए। खाद, बीज और धान की आपूर्ति में लगे हमालों को न रोका जाए। मजदूरों को काम करते समय सोशल डिसटेंसिंग बनाए रखने की समझाईश दी जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को फल और सब्जी की आपूर्ति बाजार और उपभोक्ताओं तक बनाए रखने से न रोका जाए, नहीं तो इन चीजों के दाम बढ़ सकते हैं। उन्होंने आटा, बेसन और शक्कर की आपूर्ति भी बनाए रखने के निर्देश दिए।

बैठक में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, कृषि उत्पादन आयुक्त और प्रमुख सचिव डाॅ. श्रीमती मनिंदर कौर द्विवेदी, स्वास्थ्य विभाग की सचिव श्रीमती निहारिका बारिक सिंह, समाज कल्याण विभाग के सचिव आर. प्रसन्ना, खाद्य एवं परिवहन विभाग के सचिव डाॅ. कमलप्रीत सिंह, सचिव नगरीय प्रशासन श्रीमती अलरमेल मंगई डी., खनिज विभाग के सचिव अंबलगन पी., मार्कफेड एमडी श्रीमती शम्मी आबिदी, संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डाॅ. प्रियंका शुक्ला, संचालक स्वास्थ्य नीरज बंसोड़ और आयुक्त जनसम्पर्क तारण प्रकाश सिन्हा उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *