ज्योतिरादित्य बीजेपी में शामिल होने की अटकलें…
- न्यूज डेस्क. एजेंसी।
सिंधिया की मोदी से मुलाकात की खबर के बाद तेजी से हालात बदले। हांलाकि अब तक ज्योतिरादित्य की किसी से बात नहीं हो पाई है। भाजपा के सूत्रों का दावा है कि सिंधिया भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं।
भाजपा की जिस तरह से फ्रंट फुट पर खेल रही है इससे साफ संकेत मिल रहे हैं कि भाजपा जीत के करीब पहुंच गई है। आज भाजपा विधायक दल की बैठक है जिसमें शिवराज सिंह चौहान का दल का नेता चुना जाना तय है।
फिलहाल लापता कांग्रेस विधयाकों का कोई पता नहीं चल पा रहा है। कमलनाथ के कल रात के मास्टर स्ट्रोक के बाद कांग्रेस अभी आश्वस्त है पर सिंधिया के लिए यह खुद को साबित करने जैसा मसला है।
सियासी उठापटक के बीच भाजपा ने मंगलवार को अपने नेताओं की अहम बैठक बुलाई है। देर रात कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित कई वरिष्ठ नेता दस जनपथ पहुंचे।
समाचार एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि कमलनाथ को दोबारा कैबिनेट का गठन करने और जरूरत के मुताबिक मंत्रियों को चुनने की आजादी दी गई है।
सत्ता परिवर्तन की संभावना पर भाजपा सक्रिय
कांग्रेस में बगावत के संकेत देखते हुए भाजपा विधानसभा सत्र की शुरुआत में कमलनाथ सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है। भाजपा ने मंगलवार को विधायक दल की बैठक भी बुलाई है। राज्य भाजपा के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा, वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ व्यवहार और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के हस्तक्षेप के कारण कांग्रेस आज यह स्थिति देख रही है। भाजपा का इससे कोई लेना देना नहीं है।
विधानसभा का करीबी समीकरण
मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीट हैं। दो विधायकों का निधन हो चुका है। कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं। सरकार के लिए जरूरी आंकड़ा 115 है। कांग्रेस को चार निर्दलीय, 2 बसपा और एक सपा विधायक का समर्थन है। उसके पास कुल 121 जबकि भाजपा के पास 107 विधायक हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि सिंधिया समर्थक 20 विधायक त्यागपत्र दे सकते हैं। इससे कमलनाथ की सरकार अल्पमत में आ जाएगी। सिंधिया को केंद्र में मंत्री और राज्यसभा की सदस्यता का मौका मिलना तय माना जा रहा है।