दृष्टिदोष से ग्रसित ‘संतोष’ को ‘दीपक’ का सहारा मिला… NAXAL EFECTED KETULNAR की बिटिया नम्रता अब देखने लगी है…
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इम्पेक्ट न्यूज। दंतेवाड़ा।
आज दंतेवाड़ा से एक तस्वीर सामने आई। इसमें कलेक्टर दीपक सोनी एक छोटी बच्ची से अपने चैंबर में मिलते दिख रहे हैं। तस्वीर शाम करीब पौने पांच बजे की है। दरअसल बच्ची के पिता संतोष कुमार जो दंतेवाड़ा से करीब 23 किलोमीटर दूर केटुलनार के निवासी हैं वे दृष्टि दोष से ग्रसित हैं। वे अपने दोनों आखों से देखने में असमर्थ हैं। उनकी एक मात्र संतान बिटिया में भी दृष्टिदोष के लक्षण दिखने लगे। बच्ची की उम्र करीब डेढ़ बरस की है।
बच्ची के उपचार के लिए संतोष ने कलेक्टर दंतेवाड़ा को आवेदन दिया था। जिस पर सितंबर 2021 में बच्ची के आंखों की जांच शंकर नेत्रालय चेन्नई में किया गया। इस संस्थान में बच्ची की जांच से पता चला कि एक आंख का आपरेशन कर उसे ठीक किया जा सकता है। जिसके बाद उसके उपचार की व्यवस्था करवाई गई। इसमें करीब सवा लाख रुपए का खर्च आया। जिसका पूरा व्यय प्रशासन ने किया। इसके बाद दूसरी बार बच्ची की जांच के लिए जाने पर करीब 40 हजार रुपए का व्यय प्रशासन ने वहन किया।
अब दूसरी आंख के परीक्षण के बाद नेत्रालय ने यह जानकारी दी कि इससे वह पढ़ाई तो नहीं कर सकेगी पर सामान्य से कम दिखने लगेगा। इसके लिए चेन्नई जाने से पूर्व संतोष अपने परिवार के साथ कलेक्टर से मिलने पहुंचे थे। इस पर कलेक्टर दीपक सोनी ने बच्ची से मिलने की इच्छा जाहिर की। जिसके बाद संतोष की पत्नी और बच्ची से कलेक्टर श्री सोनी ने मुलाकात की। इस दौरान बच्ची से कलेक्टर की तस्वीर वहां मौजूद एक मुलाकाती ने ले ली।
डीपीएम संदीप ताम्रकार ने बताया कि उक्त बच्ची के उपचार का व्यय प्रशासन के माध्यम से वहन किया जा रहा है। उपचार के लिए राशि सीधे शंकर नेत्रालय संस्थान में प्रदान की जा रही है। आज भी संतोष ने आवेदन दिया है जिस पर कलेक्टर दंतेवाड़ा ने डीपीएम को व्यवस्था हेतु निर्देशित किया है।
संतोष ने बताया कि उसने अपने उपचार के लिए आवश्यक जांच करवाई पर चिकित्सकों ने असमर्थता व्यक्त की। बताया गया कि उनकी आंखों की नसें पूरी तरह सूख गई हैं। जिससे उसका उपचार संभव नहीं है। फिलहाल एक दृष्टिदोष ग्रसित पिता की सबसे बड़ी जिम्मेदारी उसकी बिटिया के दृष्टिदोष को दूर करने के उपाय किए जा रहे हैं।