परम्परा…दीवाली के दूसरे दिन रामा-श्यामा का चला दौर…वर्षों की परम्परा आज भी निभा रहे है…
इम्पेक्ट न्यूज़. सुकमा।
दीपावली बड़े ही धूम-धाम से मनाई गई। रात में फटाखे फोड़े गए और लक्ष्मी पूजा की गईं वही दूसरे दिन रामा-श्याम का दौर चला। जहां पुरानी परम्परा अनुसार राजस्थानी समाज के द्वारा एक-दूसरे के घर जाकर बधाई व शुभकामनाएं दी गई। और कुशलक्षेम पूछा गया।
शनिवार को दिवाली के दूसरे दिन सुबह गोवद्र्धन पूजा और रामा-श्यामा का दौर चला। इस दिन लोगों ने दीपोत्सव की शुभकामनाओं का आदान-प्रदान किया और बड़े-बुजुर्गों के चरण स्पर्श कर उनका आशीर्वाद लिया। शहर की अधिकांश दुकानें बंद रही, वहीं घरों में दीपावली की शुभकामनाएं देने आने वाले लोगों के कारण दिनभर चहल-पहल का आलम था।
ऐसी है मान्यता
वही दीवाली के दूसरे दिन रामा-श्यामा को लेकर एक और मान्यता जुड़ी हुई है। जिसमे यह कहा जाता है कि भगवान श्रीराम जब अयोध्या आए तो नगरवासी ने फटाखे फोड़ खुशी मनाई थी इसलिए उसे दीपावली कहा जाता है। वही दूसरे दिन नगर के लोग भगवान श्रीराम से मिलने व कुशलक्षेम पूछने गए थे जिसे रामा-श्यामा के रूप में राजस्थान में मनाया जाता है। वर्षों से चल रही परम्परा आज भी सुकमा में कायम है। यहां दूसरे दिन राजस्थानी समाज के लोग एक- दूसरे के घर जाते है। प्रसाद ग्रहण करते है और हालचाल पूछते है।
नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू भी रामाश्यामा के दिन हालचाल जानने व प्रसादी ग्रहण करने के लिए पहुँचे। साथ मे संतोष चांडक, रमेश राठी, रोहित चांडक ने भी दीपावली व रामा-श्यामा की शुभकामनाएं दी।