जादू-टोने की शक में हत्या…48 घंटे में कोतवाली पुलिस ने सुलझाया…दो आरोपी भेजे गए जेल…
कोतवाली पुलिस ने 48 घंटे के भीतर अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में कामयाब रही है। जादू-टोने की शक में दो आरोपियों ने गांव के ही एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी। जिसके बाद कोतवाली प्रभारी एके नाग की टीम ने हत्या की गुत्थी को सुलझाते हुए दो आरोपियों को जेल भेज दिया।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक दिनांक 2 तारीख को माड़वी जोगा ग्राम मुल्लागुड़ा के द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराया गया था कि दिनांक 02.10 2020 को उनके पिता माड़वी भीमा उम्र 60 वर्ष
घर पर अकेले थे। सुबह 9 बजे माड़वी जोगा की मां श्रीमती पार्वती सुकमा आने के लिए निकली तब माड़वी भीमा चटाई पर लेटा हुआ था। दोपहर 2 बजे जब माड़वी जोगा की माँ पावती सुकमा से वपस घर गई तब भीमा जिस जगह पर लेटा हुआ था उसी जगह पर मृत अवस्था में मिला। जिसके बाद इसकी जानकारी सुकमा कोतवाली को दी गई। वही मर्ग के दौरानमृतक के गले में एवं गले के पीछे तरल काला निसान लिगेवर मार्क होना पाया गया था उनके दांए कान से अल्या स्थून निशान था जिससे किसी अज्ञात व्यकित द्वारा मृतक यो गला घोंटकर हत्या करना प्रजीत हो रहा था। मृतक के शव का पी.एम. में भी डॉक्टरों ने मृतक के गले की हड्डी का फेन्चर होना बताया। जिसके बाद पुलिस ने हत्या की एंगल में जांच शुरू की। जिसके बाद जांच के लिए एक टीम बनाई गई जिसमे निरी. एलेकर नाग, गोर्धन निर्मलकर, सुखचंद आमाडार, सागर निषाद, गीतिका वर्मा,आर. लक्ष्मण नाग ने जांच शुरू की। प्रकरण के आरोपी को पताशाजी एवं धरकड हेतु भरसक प्रयास किया। गांव वालों से पता चला कि मृतक बेगा-गुनिया का काम करता है और उसी गाव के करटामी रामा व माड़वी कोसा उस पर शक करते थे कि उसके जादू-टोने से कारटामी रामा के पिता मुंडा की मौत हुई थी। साथ अन्य कारणों के चलते दोनो ने माड़वी भीमा की हत्या कर दी। पुलिस ने दोनों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।
इम्पेक्ट से चर्चा में कोतवाली प्रभारी एके नाग ने बताया कि काफी मुश्किल मामला था। लेकिन हमारी टीम ने सूझबूझ और हिम्मत से हत्या की गुत्थी सुलझा दी और आरोपियों को जेल भेज दिया गया।