पांच अप्रेल की रात को नौ बजे नौ मिनट तक पूरा देश घर को अंधेरे में रखकर दीप, टार्च या मोबाइल फ्लेश लाइट जलाकर दें संदेश… : प्रधानमंत्री
इम्पेक्ट न्यूज. रायपुर।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने विडियो संदेश में कोरोना से लड़ते पूरे देश के लिए एक नया टास्क दिया है। जिसका उद्देश्य पूरे देश को यह पहचानना है कि वह अकेला नहीं है इस महायुद्ध में…
मां भारती का ध्यान करने और पूरे देश वासियों के प्रति ध्यान करने का संदेश दिया है। प्रधानमंत्री आज कोरोना संक्रमण के दौर के बाद चौथी बार देश को संदेश दे रहे थे।
प्रधानमंत्री ने अपने विडियो संदेश में पूरे देश को एक बड़ा संदेश देने की कोशिश की। विशेषकर इस बात की महत्ता को प्रदर्शित करने का प्रयास किया कि लॉक डाउन के दौरान अपने घरों में रह रहे लोग अकेल इस युद्ध में नहीं है बल्कि पूरा देश इसमें शामिल है। विशेषकर इस दौरान गरीबों को हो रही परेशानियों का जिक्र भी प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में किया।
प्रधानमंत्री ने जनता कर्फ्यू का जिक्र करते कहा कि इसकी सफलता और शाम को इस युद्ध में सक्रिय सहयोगियों के प्रति अभारा जताने बजाई कई ताली, थाली और घंटी की पूरी दुनिया में चर्चा है।
आज सुबह प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम संबोधन की घोषणा होने के बाद पूरे देश में असमंजस की स्थिति रही कि कहीं प्रधानमंत्री हालात का ब्यौरा देते हुए लॉक डाउन की अवधि की बढ़ाने संबंधित कोई नया फैसला ना सुना दें…। इस संबंध में सोशल मीडिया में खबरें वायरल होने के बाद सरकार की ओर से पहले ही सफाई आ चुकी है कि सरकार ऐसे किसी कदम पर कोई विचार नहीं कर रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि ये लॉकडाउन का समय जरूर है, हम अपने अपने घरों में जरूर हैं, लेकिन हम में से कोई अकेला नहीं है। 130 करोड़ देशवासियों की सामूहिक शक्ति हर व्यक्ति के साथ है, हर व्यक्ति का संबल है। हमारे यहां माना जाता है कि जनता जनार्दन, ईश्वर का ही रूप होते हैं। इसलिए जब देश इतनी बड़ी लड़ाई लड़ रहा हो, तो ऐसी लड़ाई में बार-बार जनता रूपी महाशक्ति का साक्षात्कार करते रहना चाहिए।
आज देशवासियों के लिए जारी वीडियो संदेश में पीएम मोदी ने कहा’ इस रविवार यानी 5 अप्रैल को हम सबको मिलकर कोरोना के संकट के अंधकार को चुनौती देनी है। उसे प्रकाश की ताकत का परिचय कराना है। इस पांच अप्रैल को हमें 130 करोड़ देशवासियों की महाशक्ति का जागरण करना है। 130 करोड़ लोगों के महासंकल्प को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है। 5 अप्रैल को रात नौ बजे आप सबके नौ मिनट चाहता हूं। पांच अप्रैल को रविवार को रात नौ बजे, घर की सभी लाइटें बंद करके, घर के दरवाजे या बालकनी में खड़े रहकर नौ मिनट तक मोमबत्ती, दीया या टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाएं।’
उन्होंने आगे कहा कि और उस समय यदि घर की सभी लाइटें बंद करेंगे तो चारो तरफ जब हर व्यक्ति एक-एक दीया जलाएगा तब प्रकाश की उस महाशक्ति का ऐहसास होगा, जिसमें एक ही मकसद से हम सब लड़ रहे हैं, ये उजागर होगा।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुरुवार को मुख्यमंत्रियों से बात
इससे पहले वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुरुवार को मुख्यमंत्रियों से बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अपनी आस्था और पंथ को बचाने के लिए भी पहले कोरोना को हराना होगा। राज्य स्तर पर समाज के लोग,धर्मगुरू बैठक करें और लोगों को इस लड़ाई के लिए एकजुट करें। उन्होंने कहा, हम कोशिश कर रहे हैं कि राज्यों से बेहतरीन समन्वय स्थापित हो।’ पीएम मोदी ने कहा कि लॉकडाउन समाप्त होने के बाद आबादी के फिर से घर से बाहर निकलने को ध्यान में रखते हुए राज्यों और केंद्र को रणनीति तैयार करनी चाहिए।