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बड़ी खबर : बस एक पर्चे में लिखा है नाम… कौन बनेगा मंत्री? किसे मिलेगी जिम्मेदारी? कोई नहीं जानता! क्यों नहीं कह रहा है कोई भी कुछ भी… क्या कहा था मोदी जी ने… पढ़िए

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इम्पेक्ट न्यूज। रायपुर।

छत्तीसगढ़ में आज नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ उनके मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह है। महज कुछ ही घंटे शेष हैं पर इस समय तक किसी भी विधायक को यह नहीं मालूम कि किसे कौन सी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। पूरी तरह से खामोशी छाई हुई है। चुनाव के परिणाम के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन का विडिया वायरल है जिसमें उन्होंने कई संकेत स्पष्ट तौर पर दे दिए थे।

इसके बाद पर्यवेक्षकों की नियुक्ति हुई। पर्यवेक्षक राज्यों में पहुंचे और विधायक दल की बैठक में जो नाम मुख्यमंत्री के लिए सामने आए इससे भला कौन नहीं चौंका! अब बारी है उन सभी राज्यों में शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री के साथ मंत्रिमंडल के सदस्यों के शपथ को लेकर तो पहली बार मीडिया में खलबली मची हुई है। किसी के पास कोई प्रमाणिक जानकारी नहीं है।

कोई भी विधायक कुछ भी कहने की स्थिति में अब तक नहीं है। खबर यही है कि कुल जमा 15 नामों की एक सूची तैयार है। इसमें संभावित मंत्रियों के साथ जिम्मेदारों के नाम दर्ज है। इस पर्चे में किनका नाम है। यह भी किसी को नहीं पता। संभव है इसमें भी आखिरी वक्त में फेरबदल हो जाए। पर यह तय माना जा रहा है कि इस बार जो कुछ हो रहा है अभूतपूर्व है। इससे पहले कभी इस तरह की स्थिति निर्मित नहीं हुई। कम से कम मीडिया के पास यह जानकारी पहुंच ही जाती थी कि किसे कौन से पद दिए जाने की नौबत है।

बताया जा रहा है कि विधायकों को यह स्पष्ट बता दिया गया है कि जिसे भी जिम्मेदारी दी जाएगी उसे शपथ ग्रहण से पहले बता दिया जाएगा। यानी जब तक संबंधितों को नहीं बताया जाएगा तब तक वे यह मानकर ही चलें कि उन्हें बस विधायक ही रहना होगा। मंत्री पद मिलेगा या नहीं यह सुनिश्चित नहीं है।

क्या कहा था पीएम नरेंद्र मोदी नें

ऐसा कुछ नहीं होता है जी… काई अगर आपको सुना दे तेरा तो तय है… वो तुझे करवा देगा… कुछ होना नहीं है जी… जो कुछ भी होगा जो नार्म्स हैं उसके अनुसार ही होगा… उसके आधार पर ही होता है… ना कोई अपना है ना कोई पराया है जो जीतकर आया है वह सभी अपने हैं। सारे मेरे हैं। मेरे लिए कोई फर्क नहीं पड़ता है… दायित्व बहुत कम लोगों को दे सकते हैं। और इसलिए कृपा करके कोई यदि पहुंच जाए ये मेरा तो खास है मैं कर देता हूं इसके चक्कर में मत पड़ना भाई! अखबार में टीवी में कुछ आए तो उसको फोन करो और कहो उसको बंद करो तुम मेरी इज्जत खराब कर रहे हो…

मुझे तो याद है मैं जब गुजरात में सीएम था तब छत्तीसगढ़ के कार्यकर्ता पहुंच गए अहमदाबाद मैने छत्तीसगढ़ में काम किया था यहां के कई कार्यकर्ताओं को जानता था। परिचय बहुत था… मैंने पूछा कैसे आए? उन्होंने बताया आपका कल फोन आया था। मैने कहा मैने तो कोई फोन नहीं किया था। आपका फोन आया था इसलिए मैं आया था। वहां तो सरकार बन रही है मुझे बताया गया कि मोदी जी जो कहेंगे वही सरकार बनेगी। अब कहां मैं गुजरात का और कहां छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री रमण सिंह… कोई लेना देना नहीं… उसको बेचारे को इतना खर्चा करके दौड़ाया। अच्छा वो भी संगठन में भरोसा करने वाले लोग है मेरे लिए कोई सूचना होगी तो आ गए। कोई मोह के कारण नहीं आए थे। डिसीप्लिन के कारण आ गए थे।

मेरे कहने का तात्पर्य है कि ऐसे बहुत लोग होंगे कि जो आपको गुमराह करेंगे। आपको इससे बचके रहना है। सरकार और कोई बनाने वाला नहीं है। जिसकी जिम्मेदारी है वही बनाने वाले हैं। अखबार के पन्नों से ना मंत्री बनते हैं… ना मंत्री पद चले जाते हैं… ये भारतीय जनता पार्टी और एनडीए का कल्चर नहीं है। और इसलिए कृपा करके शपथ समारोह तक मेहरबानी करके इन चीजों में कोई भरोसा मत करना। और आपको फोन आ भी जाए आफिसियली तो दुबारा वेरिफाई कीजिए… तो ये चीजें नई—नई मुसीबतें खड़ी कर देती हैं। इसलिए मेरा आग्रह रहेगा कि आप लोग इन सारी बातों को ध्यान में रखें…

यह विडियो 25 मई 2019 का है इसे लोग अभी की घटनाओं से जोड़कर देख रहे हैं।