कंधे पर राशन लादकर बाढ़ पीड़ितों का दर्द बांटने पहुंचे महेश… छलका गांव वालों का दर्द, पूर्व मंत्री ने किया बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा…
कांदला-अटूकपल्ली के ग्रामीणों ने लगाई मदद की गुहार…
इम्पैक्ट डेस्क.
बीजापुर। ताड़लागुड़ा इलाके में आई बाढ़ के बाद प्रभावितों तक मदद के लिए हाथ बढ़ने लगे है। मंगलवार को पूर्व मंत्री महेश गागड़ा पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बाढ़ग्रस्त इलाकों के दौरे पर थे, इस दौरान उन्होंने बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित कांदला, अटूकपल्ली के ग्रामीणों से मुलाकात की और उनकी मदद करते राशन, कपड़े, बर्तन जैसी जरूरतें चीजें बांटी।
बता दें कि पिछले दिनों आई भीषण बाढ़ में कांदला-अटूकपल्ली गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए, गांव वालों ने पहाड़ियों पर पहुंचकर किसी तरह अपनी जान बचाई थी।
हालांकि अब बाढ़ का पानी कम हो रहा है, लेकिन दोबारा बाढ़ की दहशत के चलते ग्रामीण अब गांव लौटना नहीं चाहते, लिहाजा पहाड़ियों पर आसरा लिए ग्रामीणों ने ताड़लागुड़ मुख्य सड़क किनारे उन्हें जमीन मुहैया कराने की मांग की है, लेकिन वन विभाग ने ग्रामीणों को जमीन देने से इंकार कर दिया है, यह बातें आज पूर्व मंत्री के समक्ष ग्रामीणों ने कही, इस पर पूर्व मंत्री ने अपने स्तर पर पहल करने का भरोसा दिया है।
महेश गागड़ा सबसे पहले उस पहाड़ी पर पहुंचे थे, जहां कांदला-अटूकपल्ली के ग्रामीण पनाह लिए हुए है, कीचड़ सनी सड़क और पथरीली पगडंडियों, बाढ़ के पानी को पार करते हुए कंधों पर राशन लादकर पहुंचे थे, वहां ग्रामीणों से काफी देर तक चर्चा के बाद हर संभव मदद का भरोसा उन्होंने दिया। उनके पहुंचने पर गांव वालों का दर्द छलक पड़ा। आसमानी आफत से मची तबाही का जिक्र करते प्रभावितों ने उनसे मदद की गुहार लगाई।
इसके बाद वे ताड़लागुड़ा की ओर रवाना हुए, जहां पोटाकेबिन से लेकर कस्बे के कई मकान बाढ़ की जद में आ गए थे।