30 से अधिक ठिकानों की जांच के बाद छत्तीसगढ़ से लौटी IT टीम ने बताया… सैकड़ों करोड़ रुपये के अवैध लेनदेन के सबूत मिले हैं जाँच जारी है…
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इम्पेक्ट न्यूज़। रायपुर। नई दिल्ली, 4 जुलाई, 2022
भारत सरकार वित्त मंत्रालय राजस्व विभाग केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने आज शाम छत्तीसगढ़ में छापे को लेकर विस्तृत रिपोर्ट के संबंध में सुरभि अहलूवालिया पीआर आयकर आयुक्त ओएसडी मीडिया और तकनीकी नीति आधिकारिक प्रवक्ता, सीबीडीटी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है।
छत्तीसगढ़ में आयकर विभाग ने की छापेमारी में आयकर विभाग ने 30.06.2022 को तलाशी व जब्ती अभियान चलाया। कोयला परिवहन और अन्य संबद्धों के व्यवसाय में लगे एक समूह पर गतिविधियां। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी का परिसर भी इसमें शामिल था में खोज क्रिया। कुल मिलाकर, तलाशी अभियान ने 30 से अधिक परिसरों को कवर किया गया।
रायपुर, भिलाई, रायगढ़, कोरबा, बिलासपुर, सूरजपुर आदि में तलाशी अभियान के दौरान कई अपराधी दस्तावेज, खुले पेपर और डिजिटल साक्ष्य मिले जो जब्त किए गए हैं। समूह द्वारा अपनाई जाने वाली कार्यप्रणाली में कोयले पर अनुचित नियमित संग्रह शामिल है। छत्तीसगढ़ राज्य भर में परिवहन के कारण विशाल उत्पादन हो रहा है अघोषित आय। रुपये से अधिक के इस तरह के संग्रह के साक्ष्य। इस दौरान 200 करोड़ अल्पकालीन अवधि पाई गई है। कुंजी . द्वारा भी इसकी पुष्टि की गई है समूह के विश्वसनीय सहयोगी। को किए गए कुछ नकद भुगतान के उदाहरण सरकारी अधिकारियों की भी पहचान कर ली गई है।
जब्त किए गए सबूत यह भी संकेत देते हैं कि समूह ने बेहिसाब बनाया है। नकद भुगतान लगभग रु. कोल वाशरीज की खरीद में 45 करोड़ रु. आगे,
ऐसे साक्ष्य भी मिले हैं जिनसे पता चलता है कि नकद व्यय किया गया है। हाल ही में हुए चुनावों के दौरान समूह द्वारा खर्च किया गया।
तलाशी के दौरान बड़ी संख्या में संपत्ति के अनुबंध मिले हैं।जिससे पता चलता है कि के अधिग्रहण में भारी अघोषित निवेश किया गया है। अचल संपत्तियां, जो प्रकृति में बेनामी प्रतीत होती हैं। का स्रोत द्वारा 50 एकड़ अचल संपत्तियों के अधिग्रहण में किया गया निवेश सरकारी अधिकारी से संबंधित कथित मालिकों की आगे की जांच चल रही है।
रुपये से अधिक की अघोषित नकदी। 9.5 करोड़ और आभूषण रु. 4.5 करोड़ है। अब तक के तलाशी अभियान के दौरान बरामद किया गया है। ऐसे की प्रारंभिक जांच तलाशी के दौरान एकत्र किए गए आपत्तिजनक सबूत बताते हैं कि समूह के पास है कुछ सैकड़ों करोड़ में चल रही आय की चोरी। आगे की जांच जारी है।