छत्तीसगढ़ में अपहरण, लूट, हत्या, बलात्कार और प्रेमजाल में फांसकर पौने दो करोड़ की ठगी व आत्महत्या से जुड़ी चार मामलों की एक खबर…
न्यूज डेस्क। क्राइम वॉच।
शादी से इंकार पर अपहरण, बलात्कार और हत्या
बेमेतरा में शुक्रवार को शादी से इनकार करने पर एक युवती की बेरहमी से हत्या कर दी गई। दो लड़कों ने पहले युवती का अपहरण किया। फिर दुष्कर्म के बाद गला घोंट कर मार डाला। उसका शव शनिवार को दूसरे गांव में पड़ा मिला। पुलिस ने मुख्य आरोपी और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक पुलिस को शुक्रवार शाम सूचना मिली कि 21 साल की सविता का अपहरण हो गया है। पुलिस जांच में पता चला सोनपुरी गांव निवासी दो युवक टिकेंद्र कोसले (24) और भूपेंद्र सतनामी (25) उसे अगवा कर ले गए हैं। पुलिस ने रात करीब 10 बजे दोनों के घर में दबिश दी, लेकिन उनका पता नहीं चला। इस बीच सूचना मिली कि दोनों आरोपी चंदनू क्षेत्र में देखे गए हैं। इस पर पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। पुलिस को टिकेंद्र ने बताया कि सविता का मुंह दबाकर जबरदस्ती वह लोग ले गए। इसके बाद टिकेंद्र ने ही सविता से दुष्कर्म किया। पहचाने जाने के डर से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। सविता की भी पहचान छिपाने के लिए उसके शव को दूसरे गांव में ले जाकर फेंक दिया। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर सविता का शव बरामद कर लिया है। उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। इसके बाद परिजनों को सौंपा जाएगा।
कोंडागांव पुलिस की कार्रवाई में चोरी व गुम 75 मोबाइल बरामद
कोंडागांव पुलिस ने लोगों के चोरी व गुम हुए 75 फोन को ढूंढ निकाले है। कोंडागांव पुलिस के साइबर सेल के द्वारा ढूंढे सभी फोन की कीमत कुल 7 लाख 20 हजार रुपए है। SP सिद्धार्थ तिवारी ने शनिवार को सभी फोन मालिकों को पुलिस अधीक्षक कार्यालय बुला कर उनके फोन लौटा दिए हैं। SP ने बताया कि, फोन ढूंढने के लिए विशेष अभियान चलाया गया था। जिसके बाद छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों से सभी फोन को बरामद कर लिया गया है। कोंडागांव पुलिस इसे अब तक कि अपनी सबसे बड़ी सफलता मान रही है। जिसके बाद बिना देर किए टीम को कोंडागांव सहित कांकेर, नारायणपुर, जगदलपुर, बालोद, दुर्ग, दन्तेवाड़ा, एवं बेमेतरा जिले में भेजा गया। लोकेशन के आधार पर टीम ने इन जिलों में दबिश देकर सारे फोन बरामद किए हैं। इधर SP ने जिले वासियों से साइबर क्राइम से बचने की भी सलाह दी है।
जानलेवा मटकी फोड़ के तीन आरोपी पुणे से पकड़ाए
मटकी फोड़ प्रतियोगिता के दौरान मारपीट कर एक युवक की जान लेने वाले 3 आरोपियों को सिरगिट्टी पुलिस ने पुणे से गिरफ्तार कर लिया है। इस मारपीट में यादव मोहल्ले के उमेश यादव (35) की रायपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। पुलिस ने पहले ही 3 आरोपियों को जांजगीर से गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस के अनुसार फरार 3 अन्य आरोपी अपनी पहचान छिपा कर पुणे में माली का काम कर रहे थे। ASP शहर उमेश कश्यप ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद से सभी 6 आरोपी फरार चल रहे थे। जिसमें से 3 को पहले ही पुलिस ने जांजगीर में छापा मार कर गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन आरोपी राजकुमार धुरी (20), विशाल बंजारे (20) और जितेंद्र भार्गव (22) का कुछ पता नहीं चल रहा था। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों का मोबाइल सर्विलेंस पर लेकर उनकी खोजबीन शुरू कर दी। मोबाइल लोकेशन से पता चला की आरोपी पुणे में है। जहां पुलिस की टीम ने जाकर उन्हें धरदबोचा। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वह तेलंगाना के रास्ते पुणे निकल गए थे। जहां कामसेत नाम की जगह पर मौजूद गुलाब गार्डन में मजदूरी और माली का काम करने लगे।
घरेलू विवाद में महिला ने 4 साल के भतीजे की जी जान
बलौदाबाजार में एक महिला ने घरेलू विवाद के चलते अपने 4 साल के भतीजे की हत्या कर दी। इसके बाद उसे हादसे का रूप देने के लिए शव कुएं में फेंक दिया। पोस्टमार्टम में दम घुटने से मौत की बात पता चली तो मामला खुला। पुलिस ने आरोपी महिला को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े जाने के बाद महिला बोली कि भाभी से झगड़े के बाद बदला लेने के लिए बच्चे को उसने मारा था। मामला पलारी थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, ग्राम सलौनी निवासी नंदनी बंजारे का 4 साल के बच्चे का शव 9 सितंबर की शाम घर के पास स्थित कुएं में मिला था। सूचना पर पुलिस पहुंची और शव बाहर निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। परिजनों ने बताया कि बच्चे के खेलते हुए कुएं में गिरने की आशंका है। अगले दिन शुक्रवार को बच्चे के शव का पोस्टमार्टम हुआ तो पता चला कि बच्चे की मौत पानी से नहीं, बल्कि दम घुटने से हुई है। हत्या की आशंका जाहिर की गई। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की तो पता चला कि नंदनी का करीब एक सप्ताह पहले गांव में ही रहने वाली अपनी ननद रानू बंजारे (23) पति हरिशंकर बंजारे से विवाद हुआ था। इस पर पुलिस ने संदेह के आधार पर रानू को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने हत्या कर शव कुएं में फेंकने की बात स्वीकार कर ली। पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि बदला लेने के लिए उसने बच्चे का कपड़े से मुंह दबाकर हत्या की थी।
प्रेमजाल में फंसाकर वसूले पौने दो करोड़; बैंक अफसर बनकर बात करते थे पति और देवर
राजनांदगांव में भाजपा नेता संजीव जैन सुसाइड केस में अंतरराज्यीय ठग फैमिली का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने आरोपी मानसी यादव और उसके पति ललित सिंह को गिरफ्तार किया है। महिला ने संजीव को अपने प्रेम जाल में फंसाया और ब्लैकमेल कर पौने दो करोड़ रुपए वसूले थे। इसके बाद और रुपए मांग रहे थे। इसी से तंग आकर संजीव ने सुसाइड कर लिया था। इस ठगी में महिला का देवर कौशल सिंह भी शामिल है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। दरअसल, 10 अगस्त की रात भाजपा नेता बसंतपुर क्षेत्र के हीरा-मोती लाइन निवासी संजीव जैन ने खुदकुशी कर ली थी। उनका शव कुंआ चौक नंदई स्थित पुराने घर के ही एक कमरे में फंदे से लटका मिला था। मौके से 10-12 पेज का सुसाइड नोट मिला। उसमें डेढ़ करोड़ रुपए का कर्ज होने और उसे चुकाने के लिए लोन के लिए अप्लाई करने के बाद भी पास नहीं होने की बात लिखी थी। पुलिस जांच में एक लड़की की ब्लैकमेलिंग का मामला सामने आया था। पुलिस ने सुसाइड नोट में मिले नामों के साथ बैंक की डिटेल चेक की। पता चला कि संजीव जैन ने किसी मानसी यादव के अकाउंट में 1.77 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए हैं। पुलिस ने मानसी की तलाश शुरू की। रायपुर, दिल्ली और मेरठ टीम भेजी गई, तो पता चला कि बैंक में दर्ज पते पर वह सालों से नहीं रह रही थी। इस बीच पुलिस को पता चला कि मानसी रायपुर स्थित अपनी बहन मधु के घर तीज मनाने पहुंची है। इस पर पुलिस ने घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया।