तर्रेम मुठभेड़ के बाद बंधक कोबरा जवान की रिहाई की राह में फंसा पेंच…
इम्पेक्ट न्यूज. बीजापुर।
माओवादियों के गढ़ में बंधक बनाकर रखे गए सीआरपीएफ कोबरा बटालियन के जवान राकेश्वर सिंह मन्हास की रिहाई पेंच में फंसी है। आज जवान के अपने कब्जे में सुरक्षित रखने की पुष्टि करते माओवादियों ने तस्वीर जारी की है।
यह तस्वीर बीजापुर के पत्रकार गणेश मिश्रा को आज दोपहर करीब 12 बजे भेजी गई है।
गणेश मिश्रा ने इम्पेक्ट से चर्चा में यह साफ किया कि माओवादियों द्वारा सरकार से दल गठित करने के प्रस्ताव में रिहाई के लिए पत्रकार सरकार की ओर से शामिल नहीं होंगे। क्योंकि पत्रकार किसी भी पक्ष के लिए पार्टी बनना नहीं चाहते।
लापता जवान नक्सलियों के कब्जे में, फोटो जारी कर नक्सलियों ने कहा- करेंगे रिहा,
बीजापुर। शनिवार 3 अप्रैल को तर्रेम थाना इलाके के जौनागुड़ा में नक्सलियों से मुठभेड़ में लापता कोबरा जवान राकेष्वर सिंह मन्हास के जीवित होने और उसके अपने कब्जे में होने का दावा नक्सलियों ने किया है। बुधवार को नक्सलियों ने लापता जवान राकेष्वर सिंह की फोटो मीडिया को जारी की। जिसके बाद परेषान राकेष्वर के परिजनों ने थोड़ी राहत की सांस जरूर ली है। नक्सलियों की तरफ से जवान को रिहा करने की बात कही गई है। हालांकि जवान को कब छोड़ा जाएगा नक्सलियों ने यह स्पष्ट नहीं किया है। जवान की रिहाई के लिए नक्सलियों की तरफ से प्रतिनिधि मंडल भेजने को कहा गया है। जिसके बाद पुलिस महकमा और सरकार की ओर से इस पर मंथन भी शुरू हो गया है। बहरहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि प्रतिनिधि मंडल में कौन-कौन शामिल रहेंगे। पुलिस व सरकार किसे अपने प्रतिनिधि के रूप में नक्सलियों से संवाद और जवान की रिहाई में योगदान देने किसे भेजेगी, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है।बहरहाल उम्मीद जताई जा रही है कि अगले दो से तीन दिनों के भीतर जवान की रिहाई हो सकती है। अब इस पर उच्च स्तर पर बैठक का दौर भी जारी है।