आज सिविल सेवा दिवस : पीएम मोदी बोले… ‘आपसे 20-22 साल से संवाद कर रहा हूं, आपसे सीखता हूं’…
इंपैक्ट डेस्क.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15वें सिविल सेवा दिवस के अवसर पर लोक प्रशासन विशिष्टता पुरस्कार प्रदान किए। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी सिविल सेवा अधिकारियों को संबोधित भी किया। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने सभी को सिविल सेवा दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा, “आज जिन साथियों को पुरस्कार मिले हैं उनको और उनकी पूरी टीम को मेरे तरफ से बहुत बधाई। जिन्हें आज पुरस्कार मिला है वो हर हफ्ते वर्चुअली ट्रेनी को अपनी कल्पना और कौन-सी कठिनाई आई उसकी प्रेजेंटेशन दें। इससे नई पीढ़ी को लाभ मिलेगा।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “आप जैसे साथियों से इस प्रकार से संवाद मैं लगभग 20-22 साल से कर रहा हूं। पहले मुख्यमंत्री के रूप में करता था और अब प्रधानमंत्री के रूप में कर रहा हूं। उसके कारण एक प्रकार से कुछ मैं आपसे सीखता हूं और कुछ अपनी बातें आप तक पहुंचा पाता हूं।” 15वें सिविल सेवा दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में कहा, “हमें ‘इंडिया एट 100’ के लिए अपना दृष्टिकोण बताना चाहिए, देश के प्रत्येक जिले को अगले 25 वर्षों के लिए अपने उद्देश्य और लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए।”
इससे पहले पीएम ने चिन्हित प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों और नवाचारों के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए जिलों व कार्यान्वयन इकाइयों और अन्य केंद्रीय या राज्य संगठनों को प्रधानमंत्री लोक प्रशासन विशिष्टता पुरस्कार प्रदान किया।
गौरतलब है कि आम नागरिक के कल्याण के लिए जिलों, केंद्र और राज्य सरकारों के संगठनों द्वारा किए गए असाधारण और अभिनव कार्यों को मान्यता देने के लिए लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार स्थापित किए गए हैं।
सिविल सेवा दिवस 2022 पर प्रदान किए जाने वाले पुरस्कारों के लिए कुछ प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों को चिन्हित किया गया है। इनमें ‘जन भागीदारी’ या पोषण अभियान में लोगों की भागीदारी को बढ़ावा देना, खेलो इंडिया योजना के माध्यम से खेल और कल्याण में उत्कृष्टता को बढ़ावा देना, पीएम स्वनिधि योजना में डिजिटल भुगतान और सुशासन, एक जिला, एक उत्पाद योजना के माध्यम से समग्र विकास, मानव हस्तक्षेप के बिना सेवाओं का निर्बाध, संपूर्ण वितरण और नवाचार शामिल है।
इस वर्ष पांच चिन्हित प्राथमिकता कार्यक्रमों के लिए 10 पुरस्कार दिए गए, जबकि 6 पुरस्कार केंद्र, राज्य सरकार और जिलों के संगठनों को नवाचारों के लिए दिए जाएंगे।
सरकार हर साल 21 अप्रैल को ‘सिविल सेवा दिवस’ के रूप में मनाती है, ताकि लोकसेवक नागरिकों के लिए खुद को फिर से समर्पित कर सकें और सार्वजनिक सेवा एवं कार्य में उत्कृष्टता के लिए अपनी प्रतिबद्धताओं को नवीनीकृत कर सकें।