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सबसे शातिर महिला : कोर्ट ने सुनाई 1,41,078 साल की सजा… क्या था जुर्म…

इम्पैक्ट डेस्क.

दुनिया में कई शातिर किस्म के अपराधी हुए हैं। इन अपराधियों द्वारा किये गए जघन्य कांड इतने क्रूर और भयावह हैं कि आप जानकर दहल जाएंगे। संगीन वारदातों के लिए इन अपराधियों को सजा भी मिली है। इतनी लंबी सजा कि सिर चकरा जाए। आज हम आपको बता रहे हैं दुनिया की उस शातिर महिला के बारे में, जिसे 10, 20 या 50 नहीं पूरे एक लाख 41 हजार 78 साल कैद की सजा हुई थी। इस महिला को सुनाई गई सजा अवधि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। चलिए, जानते हैं कौन थी वो महिला और उसका जुर्म क्या था…

दुनिया में सबसे ज्यादा अवधि की सजा पाने वाले शातिर अपराधियों में सबसे पहला नाम थाईलैंड की चमोए थिप्यासो के नाम पर है। इस महिला को मिलने वाली सजा  “गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स” में भी दर्ज है। चमोए थिप्यासो को यह सजा थाई पिरामिड स्कीम में जालसाजी करने के आरोप में सुनाई गई थी। 

मामला 1989 का है, जब चमोए थिप्यासो को 141,078 साल की जेल हुई थी। उस पर थाइलैंड के शाही घराने के लोगों को ठगने का आरोप है। हालांकि इतनी लंबी सजा मिलने के बाद भी चमोए को महज आठ साल की सजा काटने के बाद रिहा कर दिया गया था। दरअसल, इस सजा को सुनाने के बाद थाइलैंड सरकार के शाही घराने के कुछ सदस्यों को ठगने के बावजूद उसे केवल आठ साल बाद ही रिहा कर दिया गया था।  हालांकि, बाद में थाईलैंड में एक कानून पास हुआ कि किसी भी कैदी को 20 साल से ज्यादा की सजा नहीं दी जा सकती।

इसके अलावा अमेरिका से लेकर स्पेन में भी संगीन वारदातों के लिए लंबी सजाएं मिली हैं। जान लीजिए-

अमेरिका में 30,000 साल की सजा

अमेरिका के इतिहास में भी कई संगीन सजाएं हुई हैं। कट्ट्रर दक्षिणपंथी आतंकवादी टेरी निकोल्स को 1995 को ओक्लाहोमा सिटी बम विस्फोट के मुख्य दोषी टिमोथी मैकवे की मदद करने का दोषी ठहराया गया था। इस विस्फोट में 168 लोग मारे गए थे। जिनमें 19 बच्चे भी शामिल थे। उसे 161 बार उम्रकैद और 9300 साल की सजा मिली। एक अन्य सजा के तौर पर ओक्लाहोमा जूरी ने चार्ल्स स्कॉट रॉबिन्सन को 1994 में एक छोटे बच्चे के साथ बलात्कार करने के लिए 30,000 साल सलाखों के पीछे रहने की सजा सुनाई थी।

स्पेन में सुनाई गई 1 लाख 20 हजार साल की सजा

2004 में अल-कायदा मैड्रिड ट्रेन बम धमाकों में दोषी तीन लोगों को कुल 120,000 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी, जिसमें 193 लोग मारे गए थे। यूरोपीय कानून अब स्पेन को सजायाफ्ता अपराधियों को अधिकतम 30 या 40 साल तक रखने के लिए प्रतिबंधित करता है। यह इस बात पर इस पर भी निर्भर करती है कि उन्हें सजा कब दी गई थी।