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हाथ-पैर बांधकर मां-बेटी को दी खौफनाक मौत… फिर बदमाशों ने घर में जमकर मचाया तांडव, अंदर का नजारा देख कांप गए लोग…

इंपैक्ट डेस्क.

आगरा जिले के बाह कस्बे के गली कल्याण सागर मोहल्ले में जूता कारोबारी उमेश पैंगोरिया के घर में घुसे पांच बदमाशों ने उनकी पत्नी कुसमा देवी (60), बेटी सविता गुप्ता (40) की हाथ पैर बांधने के बाद मुंह दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद घर की अलमारी और बेड के नीचे छुपाकर रखे 27 लाख के कैश समेत 50 लाख रुपये से ज्यादा के गहने लूट ले गए। हत्या और लूट की घटना पर एसएसपी सुधीर कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचे।

फोरेंसिंक और डॉग स्क्वैड टीम ने घटनास्थल की जांच की। एसएसपी ने बताया कि लूट और हत्या की वारदात के खुलासे को पुलिस की चार टीमें लगाई गईं हैं। जूता कारोबारी उमेश पैंगोरिया ने पुलिस को बताया कि वह घर के भूतल पर नातियों के साथ सोए थे। पत्नी कुसमा देवी और बेटी सविता और धेवता अनुज प्रथम तल पर सोए हुए थे। रात करीब एक बजे छत के रास्ते से कुंडी खोलकर पांच बदमाश पहली मंजिल के कमरे में पहुंचे। बेड पर सो रही कुसमा देवी, सविता गुप्ता के हाथ पैर बांध दिए। विरोध करने पर मुंह दबाकर हत्या कर दी दिया। इस बीच आवाज सुनकर जागे अनुज (11) की भी बदमाशों ने पिटाई की। इसके बाद अलमारी और बेड के नीचे रखे 27 लाख रुपये और गहने लूट ले गए। 

मां-बेटी का शव रख परिजनों ने चौराहे पर लगाया जाम
घर में सोते समय की गई कुसुमा और उनकी बेटी सविता की हत्या से कस्बाइयों में आक्रोश है। बृहस्पतिवार की शाम जैसे ही पोस्टमार्टम के बाद दोनों शव बाह पहुंचे तो लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। आक्रोशित परिजनों व मोहल्ले के लोगों ने सदर चौराहे पर शवों को रख जाम लगा दिया। लोग लूट और हत्या की वारदात के खुलासे और बदमाशों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। 

जाम लगाए जाने की सूचना पर बाह पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच के अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को बताया कि खुलासे और बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी ने चार टीमें गठित कर दी है। टीमें बदमाशों का पता लगाने में जुटी हैं। 

इंस्पेक्टर बाह ने पीड़ित परिवार को भरोसा दिलाया कि जल्द ही पुलिस घटना का खुलासा कर बदमाशों को गिरफ्तार करेगी। इस आश्वासन पर लोगों ने प्रदर्शन समाप्त किया। इस दौरान करीब 45 मिनट तक आवागमन बाधित रहा। 

दोहरे हत्याकांड के शोक में बंद रहे बाजार
गली कल्याण सागर में मां कुसमा देवी और बेटी सविता गुप्ता की हत्या और लूट की घटना ने कारोबारी समाज को झकझोर दिया है। बृहस्पतिवार सुबह जिसने भी इस घटना के बारे में सुना उमेश पैंगोरिया के घर की ओर दौड़ पड़ा। गम और गुस्से में डूबे परिवार को ढांढस बंधाया। शोक में कस्बे के सभी बाजार बंद रहे। 

एफआईआर के लिए चेयरमैन की पुलिस से तकरार
शुरू से ही पुलिस वारदात को हत्या के एंगल से देख रही थी। कारोबारी उमेश पैंगोरिया और चश्मदीद अनुज से थाने पर जानकारी भी की। पीड़ित परिवार की डकैती की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने के लिए पुलिस के आनाकानी पर चेयरमैन सुनील बाबू से तकरार हो गई। चेयरमैन ने पुलिस के आला अधिकारियों से बात की। तब कहीं जाकर पांच की जगह दो बदमाशों के खिलाफ लूट और हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया।