#शब्द कितने मारक होते हैं… यह विनोद दुआ के जाने के बाद पता चला…
सुरेश महापात्र। सन् 1954 में जन्मे और सन् 2021 में अपनी मौत से पहले विनोद दुआ ने पत्रकारिता को ना जाने कितने शब्दों से सजाया। टीवी पत्रकारिता में उनके शब्द और शैली ने कम से कम दो पीढ़ी के पत्रकार तैयार किए। उनकी मौत के बाद सोशल मीडिया में राइट विंग यानी भाजपा समर्थक उनके कहे एक शब्द का इस्तेमाल उनके ही खिलाफ कर रहे हैं। यह शब्द था ‘पाखंड’। वैसे यह शब्द अब पूरी तरह से राजनैतिक हो गया है। इस शब्द का इस्तेमाल पत्रकार विनोद दुआ ने द
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