…तो बीजापुर में विधायक विक्रम को मिल सकती है शिकस्त !… पूर्व युवा आयोग सदस्य ने गिनाई खामियां… कहा- विधायक की कार्यशैली से कांग्रेस को चुनाव में नुकसान तय…
इम्पैक्ट डेस्क.
बीजापुर. सत्तारूढ़ कांग्रेस और बीजापुर के वर्तमान विधायक विक्रम मण्डावी से नाख़ुश राज्य युवा आयोग के पूर्व सदस्य ने विधायक विक्रम की कार्यशैली पर तंज कसते कहा है कि अगर विधायक अपने रवैये पर अड़े रहते है तो आने वाले चुनाव में उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
खास बातचीत में अजय ने स्वर्गीय महेंद्र कर्मा का जिक्र करते कहा कि शहीद महेंद्र कर्मा को वे अपना राजनीतिक गुरु मानते है, आज वो जीवित रहते तो उनकी बात जरूर सुनते, उन्हें समझते, आज मेरा ओहदा ऊंचा होता, शायद आज मैं पार्टी से निष्कासित भी नही होता,लेकिन झीरम घटना में प्रथम पंक्ति के नेताओं की शहादत के बाद से प्रदेश कांग्रेस नेतृत्वविहीन है।
चूंकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी स्वर्गीय महेंद्र कर्मा को आदर्श मानते थे, लेकिन सत्तासीन होने के बाद मुख्यमंत्री भी अपनों को पराया कर विरोधियों को तवोज्ज् दे रहे हैं।
अजय का कहना था कि पन्द्रह साल तक विपक्ष में रहते सत्तापक्ष के खिलाफ बीजापुर से कोई मुखर था तो वो स्वयं थे।
उन्हें जब जब जहाँ मंच मिलता सत्तापक्ष को ललकारने में वे कभी पीछे नही रहे।
आज जो जिला संगठन में है उन्होंने कभी विरोध नही किया, लेकिन विपक्ष के नेता के रूप में वे हमेशा से मुखर रहे।
अजय की मानें तो आज बीजापुर में संगठन का अस्तित्व खत्म हो चुका है, हर बात विधायक पर आकर रुक जाती है।
हालांकि संगठन का हर कार्यकर्ता विधायक की कार्यशैली से नाखुश है, लेकिन वे भी खुलकर विरोध नही कर पा रहे है, उनका मानना है कि विधायक समय रहते अपने रवैये को सुधार लेते है तो संगठन दोबारा मजबूत हो सकता है, अगर वे सुधार नही लाते तो आने वाले चुनाव में बड़े नुकसान के लिए विधायक स्वयं जिम्मेदार होंगे।