वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी नलिन प्रभात एनएसजी के प्रमुख नियुक्त
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी नलिन प्रभात एनएसजी के प्रमुख नियुक्त
नलिन प्रभात को देश की आतंकवाद निरोधक इकाई राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड का प्रमुख नियुक्त
चुनाव में कहीं से हिंसा की खबर नहीं, युवा हमारे ब्रांड एंबेसडर : चुनाव आयोग
नई दिल्ली
भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के वरिष्ठ अधिकारी नलिन प्रभात को देश की आतंकवाद निरोधक इकाई राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) का प्रमुख नियुक्त किया गया है। कार्मिक मंत्रालय के एक आदेश में यह जानकारी दी गई।
प्रभात आंध्र प्रदेश काडर के 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और वर्तमान में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में अतिरिक्त महानिदेशक के पद पर कार्यरत हैं।
कार्मिक मंत्रालय की ओर से जारी आदेश के अनुसार कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने 31 अगस्त 2028 यानी उनकी सेवानिवृत्ति की तारीख तक की अवधि के लिए एनएसजी के महानिदेशक के रूप में उनकी नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
एनएसजी को ''ब्लैक कैट्स'' के नाम से भी जाना जाता है और इसकी स्थापना 1984 में की गई थी।
सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के प्रमुख दलजीत सिंह चौधरी एनएसजी का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे थे।
एसीसी ने खुफिया ब्यूरो (आईबी) में विशेष निदेशक के पद पर सपना तिवारी की नियुक्ति को भी मंजूरी दे दी है।
ओडिशा काडर के 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी तिवारी वर्तमान में आईबी में अतिरिक्त निदेशक के पद पर कार्यरत हैं। आदेश में कहा गया है कि उनका कार्यकाल दो वर्ष का होगा।
चुनाव में कहीं से हिंसा की खबर नहीं, युवा हमारे ब्रांड एंबेसडर : चुनाव आयोग
नई दिल्ली
लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व 'लोकसभा चुनाव' प्रारंभ हो गया। चुनाव आयोग का कहना है कि 102 सीटों पर हो रहे मतदान शांतिपूर्ण व निष्पक्ष तरीके से हो इसके लिए सुरक्षा मानकों पर बड़ी तैयारी की गई है।
इस विषय पर जानकारी देते हुए शुक्रवार को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हमने बहुत मेहनत की है। सुरक्षा को लेकर बहुत तैयारी की गई है।
मुख्य चुनाव आयुक्त का कहना है कि अधिकांश राज्यों में हिंसा की कोई समस्या ही नहीं है। अब तक कोई हिंसा नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि अधिकांश राज्यों में लोग खुद ही बहुत ज्यादा संयमित और जागरूक हो गए हैं। जिसके चलते हिंसा की कोई भी बड़ी घटना देखने को नहीं मिली है।
उन्होंने बताया कि इसके साथ ही सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं जिसके चलते वोटर के मतदान केंद्र तक आने, मतदान करने के दौरान किसी भी तरीके की कोई भी परेशानी से उनका सामना नहीं होने वाला है।
सीईसी ने ये भी बताया कि इस बार ये देखकर काफी खुशी हुई कि युवा बढ़ चढ़ कर इस चुनाव में हिस्सा ले रहे हैं। युवा हमारे ब्रांड एंबेसडर हैं और वह जब बूथ पर आते हैं तो अकेले नहीं होते। वह खुद भी जागरूक हो रहे हैं और अन्य लोगों को भी जागरूक कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इसके लिए लगातार स्कूल, कॉलेज और अन्य जगहों पर जागरूकता कार्यक्रम चलाए गए हैं। जिसके चलते युवा मतदान के लिए प्रेरित हो रहे हैं और उन्हें अपने मतदान की शक्ति का पता चल रहा है।
राजीव कुमार ने युवा मतदाताओं से अपील की कि दिनभर वो फोन पर सोशल मीडिया पर रहते हैं। आज का दिन बेहद ही खास दिन है। आज युवा अपना 5 मिनट निकाल कर मतदान केंद्र पर जरूर पहुंचें, जिससे उन्हें अपने मतदान की शक्ति का पता चलेगा और सरकार चुनने की जिम्मेदारी महसूस होगी।
उन्होंने युवा मतदाताओं से यह भी अपील की कि वह अपने साथ घर के सभी लोगों को और आसपास के लोगों को भी जागरूक कर मतदान केंद्र लेकर आएं।
गौरतलब है कि इस बार लोकसभा चुनाव में अपने मत का प्रयोग करने वाले युवा मतदाता की संख्या 1.8 करोड़ है। भारतीय चुनाव आयोग के मुताबिक, ये संख्या और भी बढ़ सकती है। इस बार चुनाव आयोग को 13 लाख 40 हजार उन युवाओं के फॉर्म मिले हैं, जिनकी उम्र अभी 18 साल नहीं हुई है, लेकिन वो मतदान के दिन तक 18 साल के हो जाएंगे। इसलिए चुनाव आयोग के मुताबिक, करीब 5 से 6 लाख युवा मतदाता और भी जुड़ सकते हैं।
भारतीय चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए युवा मतदाता के आंकड़ों में 20 से 29 साल के मतदाताओं की संख्या 19.74 करोड़ है। साथ ही 18 से 19 साल की महिला मतदाता की संख्या इस बार 85.3 लाख है।