मणिपुर हिंसा पर सियासत : कांग्रेस बोली- PM ने छत्तीसगढ़ का अपमान किया… BJP का जवाब- नग्न वाला अपना राज देख लें…
इम्पैक्ट डेस्क.
पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से मणिपुर हिंसा को लेकर छत्तीसगढ़ से तुलना किए जाने पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई है। कांग्रेस ने कहा कि ये छत्तीसगढ़ की जनता का अपमान किया है। मणिपुर जातीय और वर्ग संघर्ष में जल रहा है। केंद्र सरकार वहां की हालात सुधारने में पूरी तरह से नाकामयाब है। इस पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि मणिपुर की घटना अत्यंत निंदनीय और शर्मनाक है। कांग्रेस के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अनर्गल टिप्पणी कर रहे हैं।
विधानसभा नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि पहले सीएम भूपेश बघेल और कांग्रेसी अपना राज देख लें। उनकी सरकार में विधानसभा के सामने युवा नग्न प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार आंखें मूंदकर बैठी है। कांग्रेस पहले अपने घर को संभाले। पहले अपने प्रदेश की जनता की चिंता करे। मणिपुर तो बहुत दूर है। घर जल रहा है। यहां लोग अपनी मांगों को लेकर नग्न प्रदर्शन कर रहे हैं और आज आप उनको सबको अपराधी करार दे रहे हैं। जो आपके खिलाफ बोलेगा, वह अपराधी है। क्या छत्तीसगढ़ में लोकतंत्र नहीं है। क्या आपातकाल लग गया है। आपातकाल लगाने की घोषणा करवा दीजिए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को और कांग्रेस के लोगों को पहले अपने घर को देखना चाहिए, जो वे नहीं देख रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में क्या हो रहा है, जनता सब जातनी है’
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में क्या हो रहा है, किसके संरक्षण में हो रहा है। जनता सब देख रही है। बेमेतरा के बिरनपुर में जेहादी उन्माद में निर्दोष युवा को सरेआम मौत के घाट उतार दिया जाता है। पीड़ित के पिता की ओर से उन्मादियों के नामजद होने पर भी उन पर कार्रवाई नहीं होती। बस्तर में आदिवासी अस्मिता खतरे में है। कांग्रेस सरकार के संरक्षण में सुनियोजित तरीके से धर्मांतरण हो रहा है। भूपेश बघेल को छत्तीसगढ़ के आदिवासी की चिंता क्यों नहीं है।
पीएम ने मणिपुर से तुलना कर छत्तीसगढ़ का अपमान किया: कांग्रेस
पीएम मोदी की ओर से मणिपुर के हालात से छत्तीसगढ़ को तुलना किये जाने पर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर से छत्तीसगढ़ की तुलना कर छत्तीसगढ़ की जनता का अपमान किया है। मणिपुर जातीय और वर्ग संघर्ष में जल रहा केंद्र सरकार भाजपा की मणिपुर सरकार वहां के हालात को सुधारने में पूरी तरह नाकामयाब साबित हुई है। छत्तीसगढ़ में शांति और खुशहाली की स्थिति है। छत्तीसगढ़ में सभी धर्म जाति और संप्रदाय के लोग आपसी भाई चारे के साथ एक दूसरे का सम्मान करते हुये शांतिपूर्ण ढंग से निवासरत है। प्रधानमंत्री के बयान से उनकी बौखलाहट झलक रही है। मणिपुर संभल नहीं रहा तो देश के शांतिपूर्ण राज्यों से उसकी तुलना कर प्रधानमंत्री अपनी खीझ निकाल रहे हैं।
प्रधानमंत्री मतिभ्रम के शिकार’
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि प्रधानमंत्री मतिभ्रम के शिकार हो गये हैं। उन्हें ऐसा लग रहा छत्तीसगढ़ में अभी भी रमन सिंह के कुशासन का राज है। वे भूल गये है कि छत्तीसगढ़ में रमन सरकार के कुशासन का दौर समाप्त हो गया है, जब छत्तीसगढ़ में मीना खल्खों, झलियामारी, हिड़मा मड़कम जैसे कांड होते थे। भाजपा के पन्द्रह साल के शासनकाल में छत्तीसगढ़ महिलाओं के लिये सबसे ज्यादा असुरक्षित हो गया था। भाजपा राज में प्रदेश में हर दिन एक बलात्कार की घटना और हर दूसरे दिन एक महिला सामूहिक दुराचार की घृणित घटना का शिकार होती थी। राज्य के कुछ जिले तो मानव तस्करी विशेषकर महिलाओं के लापता होने की चिंताजनक घटनाओं का केन्द्र बन चुका था। प्रदेश के माथे पर झलियामारी जैसा कलंक भाजपा के राज में ही लगा था, आमाडोला और बीजापुर जैसी हृदय विदारक घटनायें रमन राज में ही हुई थी। मीना खल्कों, हिडमा मड़कम जैसी घटनाओं की जवाबदेह भाजपा सरकार ही थी। जिस भाजपा के राज में महिला पुलिस आरक्षक सुरक्षित नहीं थी उसके साथ सामूहिक दुराचार हो जाता था उस भाजपा के नेता प्रधानमंत्री किस मुंह से आज कानून व्यवस्था महिला सुरक्षा पर सवाल उठा रहे है?
‘छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था भाजपाशासित राज्यों से बेहतर’
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ की कानून व्यवस्था देश के भाजपा शासित राज्यों की अपेक्षा बेहतर है। मोदी की भाजपा शासित यूपी, महाराष्ट्र, हरियाणा जैसे राज्यों अपराधें में देश की शीर्ष सूची में है। एनसीआरबी के आंकड़ें राज्य में अपराध नियंत्रण की गवाही दे रहे है, वर्तमान में भूपेश बघेल सरकार हत्या, लूट, डकैती जैसे गंभीर अपराधों में लगातार गिरावट आ रही है। बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराध में 47 प्रतिशत और महिलाओं के विरुद्ध अपराधों में 58 प्रतिशत की कमी आई है। नक्सल घटनाओं में 80 प्रतिशत और नक्सल हमलों में शहादत में 76 प्रतिशत की कमी एक बड़ी उपलब्धि है। प्रधानमंत्री अनर्गल बयानबाजी कर छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ियों को बदनाम करने नित नए साजिश रच रहे हैं।