देर रात हुए नक्सली हमले में मदनवाड़ा थाना प्रभारी शहीद… चार नक्सली ढेर… देखें मौके की तस्वीरें…
न्यूज डेस्क। राजनांदगांव। रायपुर।
राजनांदगांव जिले के घुर नक्सल प्रभावित मानपुर में नक्सल ऑपरेशन के दौरान। मुख्यालय से सटे मदनवाड़ा में पुलिस की नक्सालियों के साथ मुठभेड़ हुई है। यह मुठभेड़ रात को नक्सल क्षेत्र की रूटिन सर्चिंग पर निकले पुलिस पार्टी और नक्सलियों के बीच हुई।
सर्चिंग पार्टी के लिए एंबुश लगाकर बैठे सशस्त्र माओवादिया से जवानों की आमने सामने की मुठभेड़ तब हुई जब माओवादियों ने फायरिंग शुरू कर दिया। घटना देर रात 10:00 से 11:00 के बीच की बताई जा रही है।
इस मुठभेड़ में सर्चिंग पार्टी का नेतृत्व कर रहे मदनवाड़ा के थानेदार श्याम किशोर शर्मा शहीद हो गए। शहीद एसआई एसके शर्मा सरगुजा के दरिमा थाना क्षेत्र के ग्राम खाला के निवासी थे। घटना की सूचना के बाद देर रात एसपी जितेंद्र शुक्ला घटनास्थल पहुंचे.
मदनवाड़ा थाना प्रभारी श्याम किशोर शर्मा के नेतृत्व में क्षेत्र के जंगलों में सर्चिंग के लिए फोर्स निकली हुई थी। इसी दौरान जंगल में पहले से घात लगाकर कैप कर रहे नक्सलियों से आमना सामना हो गया।
नक्सलियों ने पुलिस टीम को आते देख फायरिंग शुरू कर दी, पुलिस पार्टी ने भी जवाबी कार्रवाही की। आधी रात तक सर्चिंग पार्टी और नक्सलियों के बीच भारी गोलीबारी हुई।
इसी दौरान मदनवाड़ा थाना प्रभारी श्याम किशोर शर्मा नक्सलियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए बताया गया कि शहीद श्याम किशोर शर्मा के पेट से गोली आर पार हो गई।
चार नक्सली भी जवाबी कार्रवाई में मारे गए। जिनका शव फोर्स ने बरामद कर लिया है। मौके से एक एके-47, दो एसएलआर और एक इंसास राइफल सुरक्षा बल के जवानों ने बरामद किया है। घटना की खबर लगते ही एसपी जितेंद्र शुक्ला मौके पर पहुंचे।
मदनवाड़ा का रक्तिम इतिहास
इससे पहले 12 जुलाई 2009 को मदनवाड़ा में ऐसे ही एक एंबुश में एसपी विनोद कुमार चौबे समेत 29 जवान माओवादी हमले में शहीद हो गए थे। राजनांदगांव जिले के मदनवाड़ा थाना क्षेत्र में मानपुर का नक्सल क्षेत्र आता है। यह छत्तीसगढ़ की पहली नक्सली वारदात थी जिसमें किसी आईपीएस की शहादत हुई थी। शहीद विनोद कुमार चौबे भारतीय पुलिस सेवा के 1998 बैच के अधिकारी थे।