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केरल में भारत की पहली, एआई टीचर: शिक्षा में नए क्रांति की शुरुआत

आजकल आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस काफी प्रचलन में है. ऐसा तय माना जा रहा है कि भविष्य में एआई का बढ़-चढ़ कर इस्तेमाल किया जाएगा. केरल के एक स्कूल ने शिक्षा में क्रांति लाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है और AI रोबोट "आइरिस" पेश किया है. स्कूल का दावा है कि उन्होंने राज्य का पहला एआई टीचर रोबोट पेश किया है. आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं. काडुवयिल थंगल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित केटीसीटी हायर सेकेंडरी स्कूल ने पिछले महीने मेकरलैब्स एडुटेक प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से आइरिस रोबोट का अनावरण किया. 

इंस्टग्राम पर शेयर किया वीडियो 

केटीसीटी हायर सेकेंडरी स्कूल में लॉन्च होने के बाद टेक कंपनी मेकरलैब्स ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो भी शेयर किया गया है. इस पोस्ट में एआई टीचर आइरिस दिखाई दे रही है और इसके बारे में डिटेल्स भी दी गई हैं. आप पहले यह वीडियो देख लीजिए. 

नीति आयोग के प्रोजेक्ट के तहत बनाया गया 

आइरिस रोबोट को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह सिर्फ एक रोबोट से कहीं ज्यादा है. आपको बता दें कि इस रोबोट को नीति आयोग के अटल टिंकरिंग लैब (ATL) प्रोजेक्ट के तहत बनाया गया है. आइरिस रोबोट तीन अलग-अलग भाषाओं में विभिन्न विषयों पर जटिल सवालों के जवाब देने के लिए तैयार है. यह पर्सनलाइज्ड वॉइस असिस्टेंट भी प्रदान कर सकता है और इंटरैक्टिव लर्निंग के अनुभवों को सुगम बना सकता है. 

आइरिस रोबोट को बनाने वाली कंपनी मेकरलैब्स एडुटेक इसे "मानव शिक्षकों की तरह इंटरैक्टिव केपेबिलिटीज वाला एक वर्सटाइल टीचिंग टूल" बताती है. इस रोबोट में एक पावरफुल इंटेल प्रोसेसर और कोप्रोसेसर का उपयोग किया गया है ताकि यह आसानी से चल सके. इसके अलावा स्टूडेंट्स यूजर-फ्रेंडली एंड्रॉयड ऐप इंटरफेस के माध्यम से आइरिस के साथ आसानी से बातचीत कर सकते हैं. एआई रोबोट आइरिस की शुरुआत एजुकेशन टेक्नोलॉजी में एक बड़ी उबलब्धि है. यह पढ़ाई का नया तरीका हो सकता है, जो बिल्कुल अलग और मजेदार भी हो सकता है.