Politics

बिहार में एनडीए और इंडिया गठबंधन दल के घटक दलों के बीच सीटों का बंटवारा हो चुका, वीआईपी की दो सीट लेकर महागठबंधन में आ सकती है

पटना
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बिहार में एनडीए और इंडिया गठबंधन दल के घटक दलों के बीच सीटों का बंटवारा हो चुका है। पहले चरण की चार सीटों के लिए उम्मीदवारों ने नामांकन भी दाखिल कर दिया है। इस बीच बिहार के सियासी गलियारे से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार सोमवार को वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं। दिल्ली में मुकेश सहनी की आरजेडी नेता और राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मुलाकात होने की संभावना है।

सहनी के अलावा आरजेडी सांसद मनोज झा भी दिल्ली पहुंच रहे हैं। कयास लगाया जा रहा है कि महागठबंधन में वीआईपी की सीट शेयरिंग हो सकती है। आरजेडी या कांग्रेस की ओर से मुकेश सहनी को कितने सीट दिए जाएंगे, इसे लेकर फिलहाल अभी कोई अपडेट जानकारी नहीं है। बता दें कि महागठबंधन में हुए सीट शेयरिंग फॉर्मूले के अनुसार आरजेडी 26 और कांग्रेस 9 सीट पर चुनाव लड़ रही है।

सूत्रों ने यह भी बताया है कि मुकेश सहनी की निषाद आरक्षण मांग पर आरजेडी ने सहमति जताई है। चर्चा है कि अगर दो सीट पर मुकेश सहनी मानते हैं तो एक सीट आरजेडी और एक सीट कांग्रेस छोड़ेगी। बताया जा रहा है कि कांग्रेस की तरफ से मुजफ्फरपुर छोड़ा जाएगा और आरजेडी मिथिलांचल से कोसी के बीच में कोई एक सीट छोड़ सकती है। गौरतलब है कि 2020 के विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच से मुकेश सहनी यह कहकर गठबंधन छोड़ गए थे कि उनकी पीठ में छुरा घोंपा जा रहा है। तब सहनी ने कहा था कि 25 सीट और डिप्टी सीएम पद का वादा करके उन्हें धोखा दिया गया है।

बता दें कि 2019 में भी मुकेश सहनी की पार्टी महागठबंधन में रहकर लोकसभा चुनाव लड़ी थी। उस वक्त वीआईपी ने मुजफ्फरपुर, खगड़िया और मधुबनी में अपने प्रत्याशी उतारे थे। खगड़िया से मुकेश सहनी खुद चुनाव लड़े थे। हालांकि, उस चुनाव में तीनों सीटों पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।