घरवाले नहीं माने तो प्रेमी जोड़े ने दे दी जान… अब पुतला बनवाकर की गई शादी, जानें पूरा मामला..
इम्पैक्ट डेस्क.
समाज में बड़े बदलाव के बावजूद अब भी कई परिवारों में प्रेम विवार को अपराध के तौर पर ही देखा जाता है। उत्तर प्रदेश के बिजनौर से लेकर गुजरात के तापी तक इस तरह ते मामले सामने आ रहे हैं। यहां एक प्रेमी-प्रेमिका का पुतला बनाकर लोग श्रद्धांजलि दे रहे हैं और उन्हें प्रेम की मिसाल के तौर पर प्रदर्शित किया जा रहा है। लोग उनकी मूर्ति पर फूल-माला चढ़ाकर श्रद्धांजलि देने पहुंचे। जबकि इन्हीं दोनों ने जब शादी की बात कही थी तो उनपर ज्यादती की गई और दूर कर दिया गया।
पुतले की करवाई शादी
जब ये दोनों जिंदा थे तो परिवारवालों ने शादी की इजाजत नहीं दी। मृतक के रिश्तेदार कैलाश रामभाई पाडवी ने कहा कि उनकीआत्मा की शांति के लिए मूर्ति बनवाई और श्रद्धांजलि दी। प्रेमी जोड़े की शादी तो नहीं हो सकती लेकिन दोनों मूर्तियों की शादी जरूर करवाई गई। 6 महीने पहले ही दोनों ने मौत को गले लगा लिया था।
कथित तौर पर दोनों ने एक दूसरे को गले लगाते हुए फांसी लगा ली थी। उन दोनों के शव लटके हुए पाए गए थे। 6 महीने बाद परिवारवालों को अहसास हुआ कि उनका प्यार सच्चा था और फिर पुतला बनवाया गया। पुतले की शादी करवाई गई। दरअसल गणेश अपनी प्रेमिका रंजना से शादी करना चाहता था। वह उसे लेकर अपने घर गया लेकिन घरवालों ने उसे स्वीकार नहीं किया। इसके बाद दोनों घर से चले गए और थोड़ी ही देर बाद दोनों की लाश पेड़ से लटकी पाई गई।
गणेश के एक रिश्तेदार ने कहा कि आदिवासी परंपरा के मुताबिक शादी करवाई गई है। पुतले बनाकर बारात निकाली गई और फिर शादी हुई। पुतलों को पकड़कर पूरे रीति रिवाज से शादी हुई। लड़की के परिवारवालों का कहना है कि गणेश उनका दूर का रिश्तेदार था।