आवास अधूरे निकाल लिए गए पैसे… कलेक्टर से मिलकर ग्रामीणों ने की शिकायत…
इम्पेक्ट न्यूज़. सुकमा।
केन्द्र सरकार की महत्वकांशी योजना प्रधानमंत्री आवास अब भ्रष्ट्राचार की भेंट चढ़ रहा है। ग्रामीणों की जानकारी के अभाव का फायदा सचिव व स्थानीय ठेकेदार उठा रहे है। ऐसा ही एक मामला जिले के कोडरीपाल गांव का है जहां 2016-17 में आवास का निर्माण कार्य शुरू तो हुआ था लेकिन आज भी अधूरा पड़ा हुआ है। और राशिन निकाल ली गई। इधर ग्रामीणों ने कलेक्टर चंदन कुमार से मिलकर गांव की समस्याओं के बारे में बताया।
बुधवार को जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे कोडरीपाल के मेटापाल से आध दर्जन ग्रामीण पहुंचे। ग्रामीण हांदाराम मड़ावी, सुकड़ी बामन ने बताया कि उनका आवास 2016-17 में बनाना शुरू किया गया था। लेकिन आज पर्यन्त तक आवास का निर्माण पूरा ना हो सका। जबकि बीच-बीच में आवास की पूरी राशि निकाल ली गई।
लेकिन आज भी हमारा घर अधूरा पड़ा हुआ है। गांव में करीब 17 से 18 मकानों का निर्माण करना था लेकिन भी घर अधूरे पड़े हुए है। यहां तक कि कुछ घरों की सिर्फ नींव ही खोदी गई है। और पैसे पूरे निकाल लिए गए है। यही हाल शौचालय का भी है। वो भी पूर्ण नहीं हुए है। जिसकी शिकायत लेकर ग्रामीण कलेक्टर चंदन कुमार के पास पहुंचे और शिकायत पत्र देकर कार्रवाई की मांग की। वही कलेक्टर चंदन कुमार ने ग्रामीणों से चर्चा की और कार्रवाई करने की बात भी कही।
नहीं मिला मनरेगा का पैसा, कुछ लोगो के पास राशन कार्ड भी नहीं
वार्डपंच लालू कोर्राम ने बताया कि गांव में 2016 में मनरेगा के तहत डबरी का निर्माण कार्य हुआ था। लेकिन अभी तक उसका भुगतान नहीं मिला है। इतना ही नहीं गांव में ऐसे कई लोग है जिनके राशन कार्ड नहीं बने है। वही कुछ ऐसे भी बुर्जुग लोग है जिनको पेंशन भी नहीं मिल रहा है। गांव में बहुत समस्याऐं है। जिसकी शिकायत की गई है।