बंधक मां ने दिखाई बहादुरी : बहाने से गई बदमाशों के पास, बोली- भैया कुछ करना मत, कहीं नहीं जाएंगे, फिर…
इम्पैक्ट डेस्क.
वाराणसी में एक सनसनीखेज घटना घटी। बड़ा लालपुर की वीडीए कॉलोनी फेज-1 में एनटीपीसी के रिटायर्ड इंजीनियर के मकान में रविवार की दोपहर चाकू लेकर दो बदमाश घुसे। बदमाशों ने ढाई साल की बच्ची के गले पर चाकू सटा कर उसे और उसकी शिक्षिका मां को बंधक बना लिया और 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी। रुपये न देने पर जान से मारने की धमकी दी। सूचना पाकर पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन सहित छह थानों की पुलिस, क्राइम ब्रांच और पीएसी मौके पर पहुंची।
मां दिखाई बहादुरी, बताई एक-एक बात
बच्ची की जान खतरे में थी। वह रोने लगी तो मुझे लगा कि उसके पास होना चाहिए। जो भी होगा, उसे देखा जाएगा। इसलिए उसके भूखे होने की बात कही और खाना खिलाने के बहाने बदमाशों के पास गई।बदमाशों से कहा कि हम कहीं नहीं जाएंगे और कुछ नहीं करेंगे। बस, हमें और हमारी बच्ची के साथ कुछ गलत मत करना। हम आपके पास ही बैठे रहेंगे। यह कहना था दो बदमाशों के चंगुल से बेटी मैत्री के साथ मुक्त कराई गई सोनी का…। वह जान की परवाह किए बगैर ही बदमाशों के पास चली गईं।
शिक्षिका सोनी ने कहा कि दहशत का वह समय जीवन भर नहीं भूलेगा। भगवान न करे कि दुश्मन को भी ऐसा दिन देखना पड़े। दोनों बदमाश पूरी तैयारी के साथ और हर चीज की जानकारी लेकर आए थे। वह मोबाइल पर किसी से लगातार बात कर रहे थे। पुलिस की आवाजाही की सटीक जानकारी दोनों को कोई फोन करके दे रहा था। मोबाइल पर कॉल आते ही वे कहते थे कि पुलिस को कह दो कि बाहर से हट जाए। यह जरूर था कि दोनों बदमाशों ने हमारे साथ कोई अभद्रता नहीं की। मगर, बार-बार धमकी जरूर दे रहे थे कि अगर परिवार या पुलिस किसी भी तरह की चालाकी करेगी तो अंजाम भयानक होगा।
सोनी ने बताया कि दोनों बदमाशों से 10 लाख रुपये का इंतजाम करने को कहा। इस पर हमने कहा कि इतना नहीं हो पाएगा। पांच लाख रुपये तक की व्यवस्था हो जाएगी। इस पर दोनों मोबाइल से बात करने लगे और बोले कि पांच लाख रुपये तो साहब ही ले लेंगे। फिर, हमारा क्या होगा? दोनों बार-बार धमका रहे थे। कह रहे थे कि अगर पकड़े गए तो बाद में नहीं छोड़ेंगे। पुलिस ने किसी तरह से दोनों को पकड़ा और हमें उनके चंगुल से मुक्त कराया।
किसी जान-पहचान वाले की हो सकती है भूमिका
सोनी ने कहा कि इस घटना में किसी जान-पहचान वाले की भूमिका से इन्कार नहीं किया जा सकता है। बदमाश जिस तरह से धमकी दे रहे थे, उससे ऐसा लग रहा था कि वह किसी गैंग से जुड़े हुए हैं। अब परिवार की सुरक्षा का डर सता रहा है। बदमाशों ने कहा है कि पैसा नहीं मिलेगा तो भविष्य में परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना।