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आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है यह आदगुड़ा गांव…..


इम्पेक्ट न्यूज. सुकमा।
भले ही विकास को लेकर सरकारे लाख दावे कर रही हो लेकिन हकीकत इससे कोसो दूर है। आज भी जिले में ऐसे कई गांव है जो मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। ऐसा ही गांव है आदगुड़ा जहां पहुंचने के लिए सड़क तो है लेकिन वो भी जर्जर आलम यह है कि पाईप पुल के नीचे से पाईप ही गायब हो गए है बारीश में ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वही गांव में पीने के लिए नलकूप तो है लेकिन 6 में से 4 खराब पड़े हुए है। ग्रामीणों को गांव के छोटे-छोटे तालाबों से प्यास बुझानी पड़ रही है। यह गांव पिछले कई दशकों से विकास का इंतजार कर रहा है।

दंतेवाड़ा स्टेट हाईवे से मात्र 4 किमी. दूर स्थित आदगुड़ा गांव जो कि नक्सल प्रभावित है। इस गांव तक पहुंचने के लिए सालों पहले मुरूम सड़क का निर्माण हुआ था। लेकिन गिट्टी बिछाने के बाद डामर का काम नहीं किया गया था। अधूरा में सड़क का काम छोड़ दिया गया था। अब धीरे-धीरे गिट्टी निकलना चालू हो गई है। जगह-जगह से सड़क टूट चुकी है। आलम यह है कि सड़क पर एक पुल बना हुआ है। इस पाईप पुल का नीचे से पाईप नाले में खिसक गया है। अब पुल किसी भी वक्त पुरी तरह टूट सकता है। ग्रामीणों को बारीश में काफी परेशानी होती है। आवागमन तक बंद हो जाता है। खासकर मरीजों को ले जाने में दिक्कत होती है।

फोटो- गांव तक पहुंचने की जर्जर सड़क।


नलकूप खराब पड़े है
वही इस गांव में करीब 50 घर है और यहां पर पीने के लिए नलकूप खनन किया गया। गांव में 6 नलकूप खनन किए गए है। लेकिन उसमें से 4 पुरी तरह खराब हो चुके है। कई बार अधिकारियों को ठीक करने के लिए निवेदन किया गया लेकिन नलकूप ठीक नहीं किया गया। गर्मी के दिनों में पानी की समस्या होती है। क्योंकि गांव में दूर-दूर घर होने के कारण मात्र 2 नलकूप से ही पानी भरा जा रहा है।

फोटो- पिछली बारीश में बह गया था पुलिया।



इम्पेक्ट से चर्चा करते हुए ग्रामीण सोढ़ी दुल्ला कहते है कि गांव तक पहुंचने के लिए सड़क वर्षो पहले बनाई गई थी। लेकिन आज पुरी तरह जर्जर हो चुकी है। बारीश के दिनों में यहां पर काफी परेशानी होती है। खासकर एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंच पाती है। सड़क पर बड़े-बड़े पत्थर साईकिल के टायरों को नुकशान पहुंचाते है।

इम्पेक्ट से चर्चा करते हुए ग्रामीण जोगा सोढ़ी ने कहा कि गांव में पानी की समस्या काफी है। क्योंकि यहां पर नकूलप तो बहुत है लेकिन उसमें से 4 खराब पड़े हुए है। आलम यह है कि ग्रामीणों को गांव के तालाबों के जरिए अपनी प्यास बुझानी पड़ रही है।


इम्पेक्ट से चर्चा करते हुए कलेक्टर चंदन कुमार ने कहा कि गांव की समस्या का निराकरण जल्द होगा। नलकूप को सुधारने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया जाऐंगा। साथ ही सड़क भी जल्द ही बनवाई जाऐंगी।

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