केंद्र सरकार के अस्पतालों में डॉक्टरों की सिर्फ इंटरव्यू से नहीं होगी सीधी भर्ती…
इंपैक्ट डेस्क.
केंद्र सरकार के अस्पतालों में गैर अकादमिक रेजिडेंट डॉक्टरों की नियुक्ति अब सिर्फ इंटरव्यू के जरिए नहीं होगी। नियुक्ति के लिए लिखित परीक्षा ली जाएगी और उसके बाद काउंसिलिंग के जरिए उनका चयन किया जाएगा। स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के आदेश के अनुसार, नियुक्ति प्रक्रिया पारदर्शी बनाने के लिए यह कदम उठाया गया है।
गैर अकादमिक रेजिडेंट डॉक्टरों की नियुक्ति के लिए अभी अलग-अलग प्रक्रिया थी। कहीं, लिखित परीक्षा होती थी, तो कहीं इंटरव्यू भी लिया जाता था।
मालूम हो कि स्वास्थ्य महानिदेशालय के पास रेजिडेंट डॉक्टरों की नियुक्ति से जुड़ीं शिकायतें आ रही थीं। खासतौर पर डेंटल विभाग में।
कौन होते हैं नॉन अकादमिक रेजिडेंट डॉक्टर : बड़े सरकारी अस्पतालों में प्रोफेसरों, वरिष्ठ डॉक्टरों के अलावा ऐसे डॉक्टर भी होते हैं जो 24 घंटे अस्पताल परिसर में रहते हैं या हमेशा ड्यूटी के लिए तैयार होते हैं।
ऐसे जूनियर डॉक्टरों को रेजिडेंट डॉक्टर कहा जाता है। इन रेजिडेंट डॉक्टरों के कंधे पर अस्पताल चलाने की बड़ी जिम्मेदारी होती है। कुछ रेजिडेंट डॉक्टर ऐसे होते हैं, जो वहां ड्यूटी देते हैं और अकादमिक पाठ्यक्रम में भी हिस्सा लेते हैं। वहीं कुछ सिर्फ ड्यूटी करते हैं, उन्हें गैर अकादमिक रेजिडेंट डॉक्टर कहा जाता है।