Sarguja-Sambhag

CG : हाथियों ने छीनी ग्रामीणों की आजादी… एक को कुचला, 3 गांवों के लोग सरकारी भवनों में बने शरणार्थी…

इम्पैक्ट डेस्क.

छत्तीसगढ़ में जंगली हाथियों ने सरगुजा जिले के मैनपाट क्षेत्र में आतंक मचा दिया है। अपनी पत्नी के साथ पीड़िया से अपने गांव बाबा पहाड़ लौट रहे 48 वर्षीय कोरवा जनजाति के ग्रामीण को हाथी ने कुचल कर मार डाला। वहीं उसकी पत्नी ने भागकर आंगनबाड़ी केंद्र में शरण ली तब हाथी ने आंगनबाड़ी केंद्र में तोड़फोड़ की। ऐहतियातन बरडांड, चोरकीपानी, बाबा पहाड़ के निवासी ग्रामीणों को पक्के आंगनबाड़ी एवं स्कूल भवनों में ठहराया गया है। आजादी के अमृत महोत्सव के दिन हाथियों ने ग्रामीणों की आजादी छीन ली है। 

मिली जानकारी के अनुसार मैनपाट क्षेत्र के बाबा पहाड़ निवासी सानू कोरवा पिता मंगल कोरवा (48 वर्ष) रविवार को अपनी पत्नी के साथ ग्राम पीड़िया गया था। सोमवार को वह वापस घर लौट रहा था। उसे रास्ते में नर हाथी सहित 3 हाथियां के होने की जानकारी नहीं थी। वह हाथियों के नजदीक पहुंच गया। नर हाथी ने पति-पत्नी को दौड़ाया और सानू कोरवा को सूंढ़ से उठाकर पटक दिया एवं पैरों से कुचल दिया। उसकी मौके पर मौत हो गई। वहीं सानू कोरवा की पत्नी ने भागकर आंगनबाड़ी केंद्र में शरण ली। नर हाथी ने पक्के आंगनबाड़ी केंद्र को भी तोड़ने की कोशिश की। इस बीच ग्रामीणों का शोर सुनकर हाथी वहां से हट गया। मृत सानू कोरवा विशेष संरक्षित जनजाति पहाड़ी कोरवा जाति का था। यह जनजाति विशेष रूप से जंगलों में झोपड़ियां बनाकर रहते हैं।

पक्के मकानों में शिफ्ट किए गए जनजाति परिवार
सूचना पर वनविभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और शव को पीएम के लिए भिजवा दिया। हाथियों के पास के जंगलों में डटे होने के कारण वन विभाग ने बरडांड, चोरकीपानी व बाबा पहाड़ के ग्रामीणों को पक्के भवनों में शिफ्ट कर दिया है। बारिश एवं मैनपाट में घने कोहरे के कारण हाथियों का लोकेशन नहीं मिल पा रहा है। वन कर्मियों को निगरानी में लगाया गया है। वनविभाग की टीम ने ऐहतियान उरंगा, कंडराजा, पतरापारा, बरिमा व पकरीपारा के ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए मुनादी करा दी है। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार दल में 6 से ज्यादा हाथी हैं। इनमें नर हाथी आक्रामक है। हाथियों ने पखवाड़ेभर में 2 लोगों की जान ली है।