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CG : कारोबारी सूर्यकांत ने कोर्ट में कहा-उसकी जान को खतरा… 24 घंटे CCTV निगरानी में रखें…

इम्पैक्ट डेस्क.

छत्तीसगढ़ में कोयला परिवहन की अवैध तस्करी मामले में ईडी के शिकंजे में फंसे कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने खुद की जान को खतरा बताया है। हालांकि कारोबारी तिवारी ने यह नहीं बताया कि उनकी जान को किससे खतरा है। यह जरूर कहा कि उन्हें 24 घंटे CCTV कैमरों की निगरानी में रखा जाए। समय आने पर वह नाम का भी खुलासा करेंगे। कोयला कारोबारी सूर्यकांत ने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। 

ईडी से किसी की जान को खतरा नहीं
सूर्यकांत तिवारी ने शनिवार को रायपुर में जस्टिस अजय सिंह राजपूत की कोर्ट में सरेंडर किया था। इसके बाद कोर्ट ने उन्हें 12 दिन की रिमांड पर ईडी को सौंप दिया है। डिप्टी सॉलिसिटर जनरल रमाकांत मिश्रा ने बताया कि ईडी को जनकारी मिली थी कि मुख्य आरोपी सूर्यकांत तिवारी आज सरेंडर कर रहे हैं। ईडी ने रिमांड पर लिया है। अब आगे उनसे पूछताछ की जाएगी। उन्होंने कहा कि ईडी से किसी की जान को खतरा नहीं है। 

सूर्यकांत जांच में करेंगे पूरा सहयोग
कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी के अधिवक्ता ने बताया कि दोपहर करीब 3.30 बजे कोर्ट पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि जैसे ही सूर्यकांत को पता चला कि उन्हें ढूंढा जा रहा है, वह खुद कोर्ट पहुंचे। कहा कि पहले भी आईटी जांच में पूरा सहयोग दिया है। आगे भी पूरा सहयोग करेंगे। पहले ईडी ने कहा था कि हम गिरफ्तार नहीं करेंगे। फिर दोबारा आए और कहा कि 14 दिन की न्यायायिक रिमांड चाहते हैं। विरोध करने पर 12 दिन का दिया गया। 

ईडी ने 13 अक्तूबर को सूर्यकांत को बताया था फरार
दरअसल, 11 अक्तूबर को ED ने रायपुर, दुर्ग, रायगढ़ और महासमुंद के कई ठिकानों पर दबिश दी गई थी। इनमें कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, महासमुंद में रहने वाले उनके ससुर और पूर्व कांग्रेसी विधायक अग्नि चंद्राकर भी शामिल हैं। इसके बाद 13 अक्तूबर को ईडी ने आईएएस समीर विश्नोई सहित दो अन्य कोल व्यापारी सूर्यकांत तिवारी के चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी और सुनील अग्रवाल को पूछताछ के लिए बुलाया था। वहीं सूर्यकातं तिवारी फरार बताए गए थे।