बड़ी खबर : अग्निपथ पर बड़ा हंगामा… कई राज्यों में फैली अग्निपथ स्कीम के विरोध की अग्नि, ट्रेन फूंकी… पुलिस गाड़ियां जलाई… 1 छात्र ने दी जान…
इम्पैक्ट डेस्क.
सेना में भर्ती के लिए सरकार की ओर से घोषित की गई अग्निपथ स्कीम का तीव्र विरोध देश के राज्यों में शुरू हो गया है। मंगलवार को इस स्कीम का ऐलान किया गया था और बुधवार सुबह ही बिहार के कई जिलों में छात्रों ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। यही नहीं गुरुवार को एक बार फिर से मुंगेर, कैमूर, सहरसा, छपरा समेत कई जिलों में छात्र विरोध के लिए उतरे हैं।
कैमूर में छात्रों ने इंटरसिटी एक्सप्रेस को आग के हवाले कर दिया तो कई जगहों पर सड़क जाम कर टायरों में आग लगाकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके अलावा दिल्ली-जयपुर हाईवे को भी छात्रों ने राजस्थान में जाम कर दिया है। यूपी के बरेली में सेना की तैयारी कर रहे युवाओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया है। बिहार से शुरू इस आंदोलन की आग देश के अलग-अलग राज्यों में फैल रही है।
बिहार के कैमूर में ट्रेन में लगाई आग
अग्निपथ योजना को लेकर आक्रोश इतना भड़क गया कि युवाओं ने कैमूर में एक ट्रेन में आग लगा दी है। हालांकि इस दौरान पुलिस सतर्क दिखी और आनन-फानन में आग को बुझाया गया नहीं तो कोई बड़ी घटना घट सकती थी।
बिहार के आरा रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़
आरा रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने जमकर तोड़फोड़ मचाई है। यहां मौजूद रेलवे ऑफिस में तोड़फोड़ की गई है।
गुरुग्राम में हाईवे जाम
अग्निपथ योजना का विरोध हरियाणा के गुरुग्राम में भी हो रहा है। गुरुग्राम में दिल्ली-जयपुर हाइवे को जाम किया गया है। वहीं युवाओं ने बिलासपुर थाना क्षेत्र से लगते एनएच 48 को भी जाम कर दिया है। युवाओं का कहना है कि पिछले तीन साल से फौज में भर्ती नहीं की गई है और अब सिर्फ 4 साल की भर्ती की जाएगी।
दिल्ली के नागलोई में भी प्रदर्शन
केंद्र सरकार द्वारा सेना में भर्ती के लिए हाल ही में पेश की गई अग्निपथ योजना का दिल्ली-एनसीआर में भारी विरोध हो रहा है। जहां गुरुवार को छात्रों ने सड़कों पर जाम लगा दिया वहीं दिल्ली के नागलोई इलाके में छात्रों ने रेलवे ट्रैक जाम कर दिया।
बिहार के जहानाबाद में एनएच 83 पर आगजनी
छात्रों ने जहानाबाद में एनएच 83 पर आगजनी करते हुए विराध जताया। इस कारण यहां थोड़ी देर के लिए यातायात व्यवस्था बाधित रही। छात्रों के विरोध के चलते गया-पटना मुख्य मार्ग पर आवागमन थोड़ी देर के लिए प्रभावित हुआ।
चार साल बाद हम कहां जाएंगे?: छात्र
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि भर्ती पहले की तरह की जाए, टूर ऑफ ड्यूटी (टीओडी) को वापस लिया जाए और परीक्षा पहले की तरह आयोजित की जाए। कोई भी सेना में सिर्फ 4 साल के लिए नहीं जाएगा। वहीं जहानाबाद में प्रदर्शन कर रहे एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि केवल 4 साल काम करने के बाद हम कहां जाएंगे? 4 साल की सेवा के बाद हम बेघर हो जाएंगे। इसलिए हमने सड़कों को जाम कर दिया है, देश के नेताओं को अब पता चल जाएगा कि लोग जागरूक हैं। वहीं एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि हम सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। महीनों के प्रशिक्षण और छुट्टी के साथ 4 साल की सेवा कैसी होगी? सिर्फ 3 साल के प्रशिक्षण के बाद हम देश की रक्षा कैसे करेंगे? सरकार को वापस लेनी होगी यह योजना।
गोरखपुर के सहजनवां में लगाया जाम
उत्तर प्रदेश के कई शहरों में विरोध हो रहा है। विरोध का असर अब गोरखपुर में देखने को मिल रहा है। आक्रोशित युवाओं ने सहजनवां में जाम लगाया है। उन्होंने चार साल की नियुक्ति पर सवाल खड़े किए और इस व्यवस्था को बदलने की मांग की। युवाओं ने खजनी थाना क्षेत्र से पैदल विरोध करते हुए सहजनवां पहुंचे हैं। गोरखपुर में सड़कों पर जमा छात्रों का कहना है कि पहले तो तीन साल से सेना में भर्ती नहीं हो रही थी। अब सिर्फ चार साल की नौकरी वाली योजना पेश कर दी। ये हमारे साथ धोखा है।
उत्तराखंड में सड़क पर उतरे छात्र
सेना में भर्ती की नई योजना अग्निपथ योजना लागू करने के विरोध में बेरोजगार संगठनों के पदाधिकारियों, युवाओं ने राजधानी सहित प्रदेश के अलग-अलग जिलों में जमकर हंगामा किया। युवाओं ने भाजपा की ओर से शहर के विभिन्न इलाकों में लगाए गए पोस्टरों, बैनरों को फाड़ डाला और केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हंगामा कर रहे युवाओं ने अग्निपथ योजना को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की मांग की। कहा यह युवाओं के साथ धोखा है।
मथुरा में भी विरोध प्रदर्शन
मथुरा जिले के युवाओं ने बुधवार को कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में कलक्ट्रेट पहुंचे युवाओं ने तीन साल पुरानी भर्ती को निरस्त करने का विरोध किया। प्रदर्शनकारी युवाओं ने सरकार से पुरानी सेना भर्ती को पुरानी प्रक्रिया के तहत ही पूरा करने की मांग की।विरोध प्रदर्शन में शामिल युवा कन्हैया ने बताया कि दिसंबर 2019 में आगरा मंडल के करीब एक लाख से अधिक युवाओं ने सेना भर्ती के लिए आवेदन किया था। सेना भर्ती रैली फरवरी 2021 में आगरा आयोजित की गई। इसमें दौड़ और मेडिकल में सफलता प्राप्त करने वाले 3300 से अधिक युवाओं को 25 अप्रैल 2021 में परीक्षा में शामिल होने की सूचना जारी की गई, लेकिन परीक्षा से पहले ही इसे निरस्त कर दिया गया।
बिहार के मुंगेर में भी भारी विरोध
अग्निपथ योजना के विरोध में मुंगेर में भी प्रदर्शन देखने को मिला। यहां छात्रों ने साफियासराय चौक को जाम कर दिया। इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने आगजनी भी की। इससे एनएच और जमालपुर मुंगेर रोड पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
अग्निपथ योजना क्या है?
‘अग्निपथ भर्ती योजना’ के तहत युवाओं को चार साल की अवधि के लिए सेना में शामिल होने का मौका मिलेगा। साढ़े 17 साल से 21 साल के युवा लड़के और लड़कियां इसके लिए पात्र होंगे। इसके लिए 10वीं से लेकर 12वीं तक के छात्र आवेदन कर सकेंगे। इसकी शुरुआत 90 दिन के भीतर हो जाएगी। इस साल 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी। पहली भर्ती प्रक्रिया में युवाओं को छह महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग का समय भी चार साल में शामिल होगा।
सेवानिधि पैकेज क्या है?
हर अग्निवीर को भर्ती के साल 30 हजार महीने तनख्वाह मिलेगी। इसमें से 70 फीसदी यानी 21 हजार रुपये उसे दिए जाएंगे। बाकी 30 फीसदी यानी नौ हजार रुपये अग्निवीर कॉर्प्स फंड में जमा होंगे। इस फंड में इतनी ही राशि सरकार भी डालेगी। दूसरे साल अग्निवीर की तनख्वाह बढ़कर 33 हजार, तीसरे साल 36.5 हजार तो चौथे साल 40 हजार रुपये हो जाएगी। चार साल में उसकी कुल बचत करीब 5.02 लाख रुपये होगी। वहीं सरकार की ओर से भी इतनी ही रकम जमा की जाएगी। नौकरी पूरी होने के बाद उसे ये रकम ब्याज सहित मिलेगी। जो करीब 11.71 लाख रुपये होगी। ये रकम टैक्स फ्री होगी।
सेवा के दौरान शहीद होने या दिव्यांग होने पर आर्थिक मदद का प्रावधान भी है। अगर कोई अग्निवीर देश सेवा के दौरान शहीद हो जाता है तो उसे सेवा निधि समेत एक करोड़ से ज्यादा की राशि ब्याज समेत दी जाएगी। इसके अलावा बची हुई नौकरी का वेतन भी दिया जाएगा। अगर कोई जवान ड्यूटी के दौरान डिसेबिल यानी दिव्यांग हो जाता है तो उसे 44 लाख रुपये तक की राशि दी जाएगी और बची हुई नौकरी का भी वेतन दिया जाएगा। चार साल की नौकरी के बाद युवाओं को सेवा निधि पैकेज दिया जाएगा। जो 11.71 लाख रुपए होगा।