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आगामी लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार ने दी बड़ी खुशखबरी, कम हो गए पेट्रोल-डीजल के दाम

नई दिल्ली
आगामी लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार ने बड़ी खुशखबरी दी है। पेट्रोल और डीजल के दामों में प्रति लीटर दो रुपये की कटौती की गई है। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पेट्रोल-डीजल के रेट्स कम करने की जानकारी दी। इससे पहले, गुरुवार को ही राजस्थान सरकार ने भी पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले वैट में दो फीसदी की कमी करने का ऐलान किया था, जिससे जनता को बड़ी राहत मिली। उल्लेखनीय है कि एक से दो दिनों में चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। अप्रैल और मई में कई चरणों में वोटिंग करवाई जा सकती है।

केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट किया कि पेट्रोल और डीजल के दाम दो रुपये कम करके देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि करोड़ों भारतीयों के अपने परिवार का हित और सुविधा सदैव उनका लक्ष्य है। केंद्रीय मंत्री ने आगे लिखा, ''जब विश्व मुश्किल दौर से गुजर रहा था – विकसित और विकासशील देशों में पेट्रोल के दामों में 50-72 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी हुई और हमारे आसपास के कई देशों में तो पेट्रोल मिलना ही बंद हो गया तब भी, 1973 के बाद आए पचास साल के सबसे बड़े तेल संकट के बावजूद, मोदी जी के दूरदर्शी और सहज नेतृत्व के कारण मोदी के परिवार पर आंच नहीं आयी। भारत में पेट्रोल के दाम बढ़ने के बजाय पिछले ढ़ाई बर्षों में 4.65 प्रतिशत कम हुए।''

'भारत इकलौता देश, जहां दाम बढ़े नहीं, कम हुए'
केंद्रीय मंत्री ने अपने पोस्ट में आगे कहा, ''भारत इकलौता ऐसा देश था जहां पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े नहीं, बल्कि कम हुए। हमने जहां से हुआ अपने देशवासियों के लिए तेल खरीदा। मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के पहले हम 27 देशों से कच्चा तेल खरीदते थे, लेकिन उनके नेतृत्व में अपने देशवासियों को सस्ता पेट्रोल, डीज़ल और गैस पहुंचाने के लिए इस दायरे को बढ़ाया और अब हम 39 देशों से मोदी के परिवार की जरूरतें पूरी करने के लिए कच्चा तेल खरीदते हैं।'' उन्होंने आगे कहा कि इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने दो अवसरों पर नवंबर 2021 और मई 2022 में पेट्रोल और डीज़ल पर सेन्ट्रल एक्साइज़ कम किया और ये सुनिश्चित किया कि बीजेपी शासित राज्य VAT की दर कम करके ये राहत सीधा मोदी के परिवार को पहुंचाएं। यही कारण है कि आज भी बीजेपी शासित और अन्य राज्यों के बीच पेट्रोल के दामों में लगभग 15 रुपये और डीज़ल के दामों में लगभग 11 रुपये तक का अंतर है।