आसमानी आफत से उजड़े आशियाने : पहाड़ी पर पहुँच कर कांडला के ग्रामीणों ने बचाई जान…
गिरते-पड़ते विधायक-कलेक्टर पहुँचे बाढ़ प्रभावितों तक…
इम्पैक्ट डेस्क.
बीजापुर। मूसलाधार बारिश से उपजे बाढ़ वके हालातों से बीजापुर का भोपालपट्टनम ब्लाक के दर्जनों गांव इस समय तबाही का सामना कर रहे है। बाढ़ से मची तबाही की रोंगटे खड़ी कर देने वाली ये तस्वीरे है ताडलागुड़ा समेत उससे लगे गांवों की, जहाँ शुक्रवार को विधायक विक्रम मंडावी, कलेक्टर राजेन्द्र कटारा दौरे पर थे। विधायक-कलेक्टर को इन बाढ़ ग्रस्त इलाकों तक पहुँचने काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। भोपालपट्टनम-ताडलागुड़ा मार्ग पर रामपुरम में सड़क जलमग्न है, इसके आगे तारुड़, और फिर ताडलागुड़ा तक सड़क का नामोनिशान नहीं, कभी मोटर बोट तो कभी ट्रैक्टर पर चढ़कर विधायक-कलेक्टर जैसे तैसे प्रभावित इलाकों तक राशन, दवाई और जरूरी सामान लेकर पहुँचे।
गोदावरी से सटे ताडलागुड़ा गाँव मे बाढ़ का भयावह मंजर देखने को मिला, जहाँ स्कूल, मकान पानी मे डूबे नजर आए, इसके आगे नरोनापल्ली से लगे कई गांव जलमग्न थे, हालात ऐसे बने कि नरोनापल्ली से लगा कांडला गांव बाढ़ की जद में इस कदर समाया कि तड़के गाँव वालों ने पास की पहाड़ी पर चढ़कर अपनी जान बचाई। 24 घण्टे से भी अधिक समय बीतने के बाद भी लगभग 35 परिवार पहाड़ी पर झिल्लियों को तानकर जैसे तैसे खुद को महफूज रखे हुए है, हालांकि विधायक-कलेकटर के पहुँचने पर ग्रामीणों को थोड़ी उम्मीद बंधी, इन्हें मौके पर तिरपाल, राशन, जरूरी दवाइयों मुहैया कराई गई, दो ग्रामीण मौके पर बीमार मिले, जिसमे एक को अस्पताल पहुँचाया गया।
पहाड़ी पर डेरा पनाह लिए ग्रामीणों की आंखों में जहाँ बाढ़ का खौ खौफनाक मंजर दूर नही हो पाया है, वही अपने मकान, मवेशियों की चिंता उन्हें बरबस सताए जा रही है,.बहरहाल बाढ़ से मची तबाही और उपजे हालात से बीजापुर का ताडलागुड़ा इलाका कब तक उबर पाता है यह तो वक्त ही बताए गा, लेकिन आसमानी से बरसी आफत और तेलांगाना की सरहद पर पड़ोसी राज्य द्वारा बनाये बाँध अब सीमावर्ती गांवों के लिए मुसीबतों का सबब बनता नजर आ रहा है।