छत्तीसगढ़िया ओलिंपिक के दौरान दो खिलाड़ियों के मौत के बाद नया फरमान… अब फार्म में भरकर देना होगा खेल के दौरान कुछ हुआ तो इसके जिम्मेदार भी खुद होंगे…
इम्पैक्ट डेस्क.
छत्तीसगढ़िया ओलिंपिक को लेकर अब एक नया विवाद शुरू हो गया है। पूरे मामले में अब सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है। दरअसल बीते दिनों इन खेल आयोजनों में एक सप्ताह में ही दो खिलाड़ियों की मौत हो गई थी। अब खिलाड़ियों से एक फार्म भरवाया जा रहा है। इसमें लिखा गया है कि यदि आयोजन में उन्हें कुछ हो जाता है तो इसके जिम्मेदार वो खुद होंगे।
अब इस मामले में पूर्व IAS और भाजपा नेता ओपी चौधरी ने बयान दिया है। चौधरी ने कहा- प्रशासनिक लापरवाही और संवेदनहीनता के कारण अब तक दो खिलाड़ियों की मौत हो गई, अब खिलाड़ी से शपथ पत्र भरवाकर उन्हें अपनी मौत के जिम्मेदार खुद ही बताया जा रहा है। बिना किसी सुविधा और बिना सुरक्षा साधनों के कराए जा रहे खेलों के दौरान इस तरह के शपथ पत्र जमा करवाना तो अमानवीयता की हदपार करने जैसा है।
ओपी चाैधरी ने घरघोड़ा में युवा खिलाड़ी ठण्डाराम मालावार की मौत की घटना का जिक्र करते हुए कहा – युवक की जिंदगी का खेल कबड्डी खेलते खेलते इसलिए खत्म हो गया, क्योंकि गंभीर हालत में उन्हें घरघोड़ा से रायगढ़ ले जाने में एम्बुलेंस को साढ़े चार घंटे का समय लगा। काेंडागांव की आदिवासी बहन शांति मंडावी जब खेल के दौरान कोंडागांव में घायल हुए तो उसे रायपुर रेफर कर दिया गया। लेकिन एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं कराई गई।
कांग्रेस ने दिया जवाब
कांग्रेस संचार विभाग के सुशील आनंद शुक्ला ने कहा – भाजपा को छत्तीसगढ़ ओलिंपिक की सफलता सहन नहीं हो रही है। शपथ का फॉर्म लिया जाना एक सामान्य प्रक्रिया है। ये तो हर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय आयोजन में भरवाया जाता है । भाजपा बौखालाई हुई है, 15 साल में इन्होंने छत्तीसगढ़ त्योहार परंपारा और खेल को लगभग पीछे धकेला था। कांग्रेस की सरकार सांस्कृतिक उत्थान का काम कर रही है। फॉर्म भरवाया जाना एक सामान्य प्रशासनिक प्रक्रिया है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है।