केके रेल मार्ग पर रेल पांत की मरम्मत करने के दौरान हादसा… खाई में गिरकर 3 की मौत… घायलों का उपचार जारी…
इम्पेक्ट न्यूज. जगदलपुर।
- आंध्रप्रदेश के चिमड़ीपल्ली रेलवे स्टेशन के नजदीक चट्टान धसकने से हुआ हादसा
- एस्कोटा से ट्रैक मरम्मत के लिए पहुंची थी रेलवे की टेक्नीकल टीम,
- दूसरी बार हुआ लैंड स्लाइड
- बारिश के चलते पकड़ ढीली पड़ने की वजह से खिसके बड़े पत्थर,
- लॉक डाऊन के दौरान रेलवे को बड़ी चोट
किरंदुल-कोत्तवलसा रेलमार्ग पर यहां से 200 किलोमीटर दूर आंध्रप्रदेश के अरकू रेल सेक्शन के अंतर्गत आने वाले चिमड़ीपल्ली रेलवे स्टेशन के नजदीक चट्टान धसकने के बाद रेलवे ट्रैक की मरम्मत करने पहुंचे तकनीकी कर्मचारियों की टीम में शामिल 3 लोगों की मौत हो जाने की खबर है, जबकि पत्थरों में दबकर कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. घायलों को अरकू के हास्पिटल में प्राथमिक उपचार के बाद वाल्टेयर ले जाया गया है. इस बीच केके रेलमार्ग पर गुड्स ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह से रोक दिया गया है.
बताया गया है कि मंगलवार की सुबह चिमड़ीपल्ली और बोर्रागुहालू के बीच चट्टान खिसक कर रेलवे ट्रैक पर आ गिरी. बड़े-बड़े पत्थर चट्टान पर गिरे थे, जिसके बाद इस रूट पर गुड्स ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह से रोक दी गई. वाल्टेयर की ओर से आ रही खाली रैक को नजदीक के स्टेशनों में खड़ा कर दिया गया, जबकि यहां से लौह अयस्क लेकर रवाना हुई 4 मालगाड़ियों को भी ओड़िशा और आंध्रप्रदेश के अलग-अलग स्टेशनों में रोक दिया गया.
एस्कोटा से रेलवे की टेक्नीकल टीम गैंग श्रमिकों के साथ मौके के लिए रवाना हुई. मरम्मत का काम चल रहा था और इसी बीच दोपहर बाद एक बार फिर चट्टान धसक गई. बड़े पत्थर लुढ़कते हुए ट्रैक पर आ गिरे, जिससे काम कर रहे रेलवे कर्मचारियों और गैंग श्रमिकों में भगदड़ मच गई. इसी भागमभाग में एक रेलवे कर्मचारी और एक सिविलियन श्रमिक 100 फीट गहरी खाई में गिर गए. समझा जा रहा है कि दोनों की मौत हो गई है. इधर रेलवे कर्मचारी एक की मौत की पुष्टि कर रहे हैं.
मृतकों और घायलों के नाम
रेलवे सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक रेलवे ट्रैक की मरम्मत कर रहे लोगों में से 3 की मौत हो चुकी है. इनमें से एक रेलवे के टेक्नीशियन सुरेश (40) हैं, जबकि दो ठेके पर काम करने वाले वर्कर वीरा स्वामी और सूरी बाबू हैं. इसके अलावा 7 लोग गंभीर रूप से घायल बताए गए हैं, जिनका उपचार वाल्टेयर में किया जा रहा है. एस्कोटा में ओएचई डिपार्टमेंट में सेवारत जी बोसु बाबू (33), तुमकपल्ली गांव के के रमना (45), एस्कोटा में ओएचई डिपार्टमेंट में सेवारत बी सुरेश कुमार, बी ईश्वर राव (45), सालूर निवासी सत्यनारायण (38), तुमकपल्ली निवासी अमातल्ली (50) और इसी गांव के ई अप्पला राजू बताए गए हैं. सभी को इलाज के लिए अरकू के हास्पिटल ले जाया गया था, जहां प्राथमिक उपचार के बाद इनकी हालत को देखते हुए डाक्टरों ने हायर सेंटर रेफर कर दिया. इसके बाद घायल रेलवे कर्मचारियों और गैंग श्रमिकों को तत्काल विशाखापट्टनम बेहतर उपचार के लिए ले जाया गया है. इन 7 लोगों के अलावा भी गैंग श्रमिक घायल बताए जा रहे हैं.
शव निकालने टीम रवाना
वाल्टेयर रेलमंडल में पदस्थ अफसरों से मिली जानकारी के मुताबिक गहरी खाई में गिरे लोगों की तलाश में एक टीम रवाना की गई है. पहाड़ियों की तलहटी पर बसे ग्रामीणों की मदद से टीम के लोग इन्हें तलाशने की कोशिश कर रहे हैं. बताया गया है कि इस रेल सेक्शन में एक ओर चट्टान है, जबकि दूसरी तरफ गहरी खाई है. एकाएक लैंड स्लाइड हो जाने से ट्रैक मरम्मत कर रहे लोगों को संभलने का मौका नहीं मिला और यही वजह रही कि दो लोग खुद को संभाल नहीं पाए और नीचे गिर गए. इनमें से एक रेलवे कर्मचारी है, जबकि दूसरा सिविलियन बताया जा रहा है.
करोड़ों का नुकसान
केके रेलमार्ग पर चट्टान धसकने की इस घटना के बाद से आवागमन पूरी तरह से ठप पड़ गया है. बताया गया है कि 24 घंटे से अधिक समय तक रूट बंद रहने की वजह से रेलवे को 5 करोड़ से अधिक का नुकसान पहुंचा है. घटनास्थल के आसपास खड़ी लौह अयस्क लदी ट्रेनों की रवानगी ट्रैक फिट के बाद ही हो पाएगी.