झीरम घाटी में कांग्रेस के काफिले पर हमले के सात साल बाद बस्तर में एफआईआर दर्ज…
इम्पेक्ट न्यूज. जगदलपुर।
झीरम घाटी मामले में आपराधिक षड्यंत्र की जांच के लिए बस्तर पुलिस ने 302, 120 बी के तहत अपराध दर्ज किया। इस घटना में शहीद पूर्व विधायक व कांग्रेस नेता उदय मुद्लियार के पुत्र जितेंद्र मुदलियार के आवेदन पर यह एफआईआर दर्ज की है।
बस्तर जिले के दरभा थाना में पूर्व विधायक जितेंद्र मुद्लियार ने एफआईआर के लिए आवेदन दिया। जिस पर हत्या एवं आपराधिक षड्यंत्र के तहत दरभा थाना में अपराध क्रमांक 0021/20 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है।
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल ने इस मामले में केंद्र सरकार से झीरम की फाइल लौटाने की मांग की थी।
25 मई 2013 को बस्तर जिले के झीरम घाट पर माओवादियों के हमले में कांग्रेस के अनेक नेता शहीद हो गए थे। इसी काफिले में राजनांदगांव के पूर्व विधायक उदय मुद्लियार भी शामिल थे। जो इस हमले में शहीद हो गए थे।
मोदी सरकार झीरम की फाइल वापस करे : लखेश्वर बघेल
जितेंद्र मुद्लियार ने सीजी इम्पेक्ट से चर्चा में बताया
झीरम घाट पर 25 मई 2013 को हुई घटना के बाद से हर दिन, हर पल हम सभी इस हत्याकांड को लेकर सच्चाई जानने की कोशिश में जुटे हैं।
हम एनआईए के क्लोजर रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। एनआईए ने किसी भी पीड़ित परिवार से बयान नहीं लिया है। इस घटना में हमें यह स्पष्ट संदेह है कि इसमें षड्यंत्र किया गया है। जिसका खुलासा और दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई अनिवार्य है।
हमने सूचना के अधिकार के तहत सभी जानकारियां ली हैं, जिसमें वे सारे दस्तावेज भी हैं जिससे इस बात की पुष्टी होती है कि जिस दिन यह घटना हुई उस दिन और उससे महीने भर पहले से नक्सलियों के मुव्हमेंट की सूचना पुलिस को थी।