प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि रमजान में मैंने ही अपने विशेष दूत को बमबारी रुकवाने इजरायल भेजा था
नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा है कि रमजान के महीने में उन्होंने गाजा में बमबारी रुकवाने की कोशिश की थी. पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें मुसलमानों को लेकर घेरा जाता है लेकिन जब रमजान के महीने में गाजा भीषण इजरायली बमबारी झेल रहा था तब उन्होंने अपने विशेष दूत को इजरायल भेजा था.
पीएम मोदी ने से बातचीत में कहा, 'मैंने अभी गाजा में… रमजान का महीना था… मैंने अपने विशेष दूत को इजरायल भेजा. मैंने उनसे कहा था कि आप इजरायल के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सबसे मिलिए और उन्हें समझाइए कि कम से कम रमजान में गाजा में बमबारी न करें. और उन्होंने पालन करने का भरपूर प्रयास किया. यहां तो आप मुझे मुसलमानों को लेकर घेर लेते हैं, लेकिन मोदी गाजा में रमजान के महीने में बमबारी…, लेकिन मैं इसकी पब्लिसिटी नहीं करता क्योंकि इसके लिए कइयों ने प्रयास किए होंगे. लेकिन मैंने भी प्रयास किया, भारत ने भी किया. मेरा आज भी फिलिस्तीन के साथ उतना ही नाता है, जितना इजरायल के साथ.'
'मुझे धर्मनिरपेक्षता को लेकर ढोंग रचने की जरूरत नहीं'
पीएम मोदी ने विपक्ष की पिछली सरकारों पर आरोप लगाया कि वो धर्मनिरपेक्ष होने का ढोंग रचती थीं. उन्होंने कहा, 'हमारे यहां पहले यह फैशन था कि इजरायल जाओ, फिलिस्तीन जाओ और सेक्यूलरिज्म का फैशन करके वापस आ जाओ. मैंने कहा कि मुझे ऐसा कुछ नहीं करना है, मैं सीधे इजरायल जाऊंगा, सीधे वापस आऊंगा, मुझे ये ढोंग करने की जरूरत नहीं है. और मैं इजरायल गया भी. मैंने कहा कि अगर मैं फिलिस्तीन जाऊंगा तो मेरी वो यात्रा बस फिलिस्तीन की ही यात्रा होगी.'
पीएम मोदी ने कहा, 'मजा देखिए कि जब मैं फिलिस्तीन गया तो बात आई कि इससे आगे हेलिकॉप्टर से जाना होगा. जॉर्डन के राष्ट्रपति जी को पता चला कि मैं जॉर्डन से होकर फिलिस्तीन जाने वाला हूं. वो जॉर्डन के प्रधानमंत्री मोहम्मद साहब के सीधे वारिस हैं, उन्होंने कहा कि मोदीजी आप ऐसे नहीं जा सकते, आप मेरे मेहमान हैं. मेरे ही हेलिकॉप्टर में आप जाएंगे. मेरे घर खाना खाकर जाएंगे. मैं घर गया, वहां खाना खाया.'
पीएम मोदी ने बताया कि वो जॉर्डन के हेलिकॉप्टर से फिलिस्तीन गए जहां उन्हें इजरायल हवा में सुरक्षा दे रहा था. उन्होंने कहा कि तीनों की दुनिया अलग है लेकिन मोदी के लिए आसमान में सब साथ थे.
उन्होंने आगे कहा, 'मैं मानता हूं ये सब तब होता है जब आपके इरादे नेक हों, आपके प्रति विश्वास हो. मैं चोरी छिपे, अमेरिका को कुछ बताकर नहीं करता, मुझे उससे कुछ पूछना नहीं होता है. रूस से अगर मेरे देश को सस्ता पेट्रोल चाहिए तो मैं लूंगा. मैं छिपाता नहीं हूं और अपनी शर्तों पर देश को चलाता हूं.'