प्रशासन ने ‘नागदेवता’ का रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा, कोरिया के ग्रामीण करते रहे ले जाने का विरोध
कोरिया.
कोरिया जिले की ग्राम पंचायत चारपारा में वन विभाग की रेस्क्यू टीम को नाग का रेस्क्यू करने से ग्रामीणों के रोके जाने के बाद जिला प्रशासन सक्रिय हो गया। कलेक्टर विनय लंगेह की सख्ती के बाद मौके पर सबसे पहले एसडीएम, तहसीलदार, राजस्व विभाग, पुलिस और वनविभाग की टीम पहुंची। इसके बाद तहसीलदार बैकुण्ठपुर ने नाग का रेस्क्यू करवाया और वन विभाग की टीम ने उसे कहीं दूर जंगल में छोड़ दिया।
आपको बता दें कि ग्रामीणों के रेस्क्यू न करने देने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया और मौके पर एसडीएम तहसीलदार और राजस्व अमले को भेजा, पुलिस की टीम के साथ ही वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई। अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाइश दी, तहसीलदार ने पहुंचते ही तालाब से लोगों को बाहर जाने को कहा। सभी को उन्होंने बाहर निकाला, उसके बाद चिरमिरी से सांप पकड़ने वाले अंकित ने तालाब में पहुंच कर नाग को पकड़ा और उसे पीले रंग के बैग में भरकर ले जाया गया। वहीं स्थानीय ग्रामीण इसका विरोध करते दिखे।