प्रधानमंत्री मोदी आज मंगलवार को आंध्र प्रदेश में एनएसीआईएन के नए परिसर का उद्घाटन करेंगे
प्रधानमंत्री मोदी आज मंगलवार को आंध्र प्रदेश में एनएसीआईएन के नए परिसर का उद्घाटन करेंगे
पीएम मोदी कल आज प्रदेश के दौरे पर, NACIN के नए परिसर समेत कई संस्थानों का करेंगे उद्घाटन
पीएम मोदी आज 16 जनवरी को आंध्र में एनएसीआईएन परिसर का करेंगे
अमरावती,
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज मंगलवार को आंध्र प्रदेश के सत्यसाई जिले के पलासमुद्रम का दौरा करेंगे और राष्ट्रीय सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर और नारकोटिक्स अकादमी (एनएसीआईएन) के नए परिसर का उद्घाटन करेंगे।
आंध्र प्रदेश सरकार की एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, मोदी निर्धारित कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए मंगलवार दोपहर पलासमुद्रम पहुंचेंगे और शाम को लौट आएंगे।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री पुरावशेष तस्करी केंद्र, मादक पदार्थ अध्ययन केंद्र और वन्यजीव अपराध जांच केंद्र को देखने के लिए एनएसीआईएन की पहली मंजिल का दौरा करेंगे।
बाद में, मोदी एक्स-रे और बैगेज स्क्रीनिंग सेंटर देखने के लिए भूतल का दौरा करेंगे। इसके बाद कुछ पौधे लगाने और निर्माण श्रमिकों के साथ बातचीत करने के लिए अकादमिक ब्लॉक का दौरा करेंगे।
विज्ञप्ति के मुताबिक वह कुछ प्रशिक्षु अधिकारियों के साथ बातचीत भी करेंगे और 'फ्लोरा ऑफ पलासमुद्रम' नामक एक पुस्तक का विमोचन भी करेंगे।
प्रधानमंत्री एनएसीआईएन को एक मान्यता प्रमाण पत्र भी प्रदान करेंगे और इस दौरान वह सभी को संबोधित भी करेंगे।
दिल्ली रवाना होने से पहले मोदी के लेपाक्षी मंदिर जाने की भी संभावना है।
मुख्य सचिव के एस जवाहर रेड्डी ने अधिकारियों को प्रधानमंत्री की सफल यात्रा के लिए इंतजाम करने का निर्देश दिया और तैयारियों की समीक्षा की।
मोदी के कार्यक्रम में आंध्र प्रदेश के राज्यपाल एस अब्दुल नजीर और मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी के भी शामिल होने की उम्मीद है।
इससे पहले, प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा था कि लोक सेवा क्षमता निर्माण के माध्यम से शासन में सुधार लाने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक कदम के तहत पलासमुद्रम में एनएसीआईएन के नए अत्याधुनिक परिसर की परिकल्पना और निर्माण किया गया है। 500 एकड़ में फैली यह अकादमी अप्रत्यक्ष कराधान (सीमा शुल्क, केंद्रीय उत्पाद शुल्क और वस्तु एवं सेवा कर) और नारकोटिक्स नियंत्रण प्रशासन के क्षेत्र में क्षमता निर्माण के लिए भारत सरकार की सर्वोच्च संस्था है।
राष्ट्रीय स्तर का यह विश्व स्तरीय प्रशिक्षण संस्थान भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और अप्रत्यक्ष कर) के अधिकारियों के साथ-साथ केंद्रीय संबद्ध सेवाओं, राज्य सरकारों और भागीदार देशों के अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
पीएमओ ने कहा कि इस नए परिसर के जुड़ने से एनएसीआईएन प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के लिए संवर्धित और आभासी वास्तविकता, ब्लॉक-चेन के साथ-साथ कृत्रिम मेधा और अन्य उभरती प्रौद्योगिकियों जैसी नए युग की प्रौद्योगिकियों के उपयोग पर ध्यान केंद्रित करेगा।
नाबालिग बलात्कार पीड़िता का 'टू फिंगर टेस्ट' करने के लिए अदालत ने चिकित्सकों को फटकार लगाई
शिमला
हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय ने एक नाबालिग बलात्कार पीड़िता का 'टू-फिंगर टेस्ट' करने के लिए पालमपुर सरकारी अस्पताल के चिकित्सकों को फटकार लगाई और राज्य सरकार को दोषी चिकित्सकों से पांच लाख रुपये का जुर्माना वसूलने के बाद राशि नाबालिग को मुआवजे के तौर पर देने का निर्देश दिया है।
अदालत ने माना कि बच्चों से बलात्कार के मामले में मेडिको-लीगल केस (एमएलसी) रिपोर्ट ''अपमानजनक'' है।
समाज में घटने वाली हर वो घटना जिसमें चिकित्सा विज्ञान एवं कानून किसी ना किसी स्तर पर जुड़े हों उसे 'मेडिको-लीगल केस' कहते हैं।
उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान और सत्येन वैद्य की खंडपीठ ने सरकार से मामले में जवाबदेही तय करने के लिए 'टू फिंगर टेस्ट' करने वाले चिकित्सकों के खिलाफ जांच करने को भी कहा।
अदालत ने पाया कि एमएलसी ''नाबालिग बलात्कार पीड़िता की निजता पर आघात करने वाला'' है और 'टू फिंगर टेस्ट' को पीड़िता के अधिकार का उल्लंघन है। अदालत ने उस पर मानसिक एवं शारीरिक आघात माने जाने के बावजूद इस तरह का परीक्षण करने के लिए चिकित्सकों की आलोचना की।
अदालत ने इस तरह का परीक्षण करने वाले सभी चिकित्सा पेशेवरों को चेतावनी दी कि ऐसा परीक्षण करने वाले चिकित्सकों पर मुकदमा चलाया जाएगा।
अदालत ने राज्य के सचिव (स्वास्थ्य) को तलब किया था जो अस्पताल द्वारा जारी प्रपत्र को सही ठहराने में असमर्थ रहे और कहा कि कुछ चिकित्सकों द्वारा डिजाइन किए गए प्रपत्र को तुरंत वापस ले लिया गया।