हमें सोशल डिस्टेंसिंग की जगह फिजीकल डिस्टेंसिंग पर बल देना है… तबलिगी जमात का कोई सदस्य लापता नही है : भूपेश बघेल
इम्पेक्ट न्यूज. रायपुर।
छत्तीसगढ़ में कोरोना के बाद उपजे हालात पर मीडिया से अपनी बात रखते हुए आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि इस वक्त सोशल डिस्टेंसिंग से ज्यादा आवश्यक फिजीकल डिस्टेंसिंग की है। कोरोना के संक्रमण को रोकने का यही कारगर उपाय है।
श्री बघेल आज विडियो कान्फरेंसिंग के माध्यम से मीडिया कर्मियों से संवाद स्थापित करते हुए कहा कि कल 11 अप्रेल को प्रधानमंत्री से होने वाली विडियो कान्फरेंसिंग के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि लॉक डाउन को लेकर आगे क्या किया जाए।
उन्होंने एक बार फिर कहा कि कोरोना के संक्रमण को रोकने में हुई देरी से हालात बिगड़े। उनका साफ कहना था कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को नियंत्रित कर और विदेश से आने वाले लोगों की स्वास्थ्य जांच कर उन्हें पहले से ही निगरानी में रखे जाने से बहुत कुछ बदल सकता था।
छत्तीसगढ़ में तबलिगी समाज के सदस्यों के आंकड़े के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी छिपा नहीं है। यह सरासर गलत है। कुल 107 लोगों की पुष्टि हो चुकी है। वे सभी और उनके दायरे में आने वाले सभी लोग क्वारैंनटाइन हैं।
कटघोरा के मामले में सीएम ने कहा कि पूरे इलाके को पहले से ही सील करके रखा गया था। अब सभी लोगों की जांच करवाई जाएगी।
बस्तर में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र से चलकर आने वाले आदिवासी मजदूरों के स्वास्थ्य परीक्षण के सवाल पर सीएम ने कहा कि सभी पर नजर रखी जा रही है किसी प्रकार के स्वास्थ्यगत समस्या होगी तो परीक्षण भी करवा लिया जाएगा।
प्रदेश में जांच के लिए पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। कुल 76 हजार लोग क्वैंरटाइन हैं। यह पहला अवसर है जब मुख्यमंत्री ने विडियो एक एप के उपयोग से प्रदेश के मीडियाकर्मियों से सीधे जुड़कर संवाद स्थापित किया।