राहुल गांधी बोले… जैसे यूक्रेन के लिए रूस का रुख, भारत के लिए चीन का सिद्धांत भी कुछ वैसा ही…
इम्पैक्ट डेस्क.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अभिनेता से नेता बने कमल हसन के बीच सियासी नजदीकियां बढ़ रही हैं। दोनों नेता लगातार मुलाकात कर रहे हैं। ताजा मुलाकात में राहुल व कमल हसन ने चीन, कृषि और तमिल गौरव समेत तमाम मसलों पर बात की। इस दौरान उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा।
इससे पहले जब कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा दिल्ली पहुंची थी, तब भी कमल हसन राहुल गांधी के साथ नजर आए थे। बातचीत में राहुल गांधी ने कहा कि सुरक्षा फिलहाल देश का सबसे बड़ा मुद्दा है। दोनों नेताओं की बातचीत का एक वीडियो वायरल हो रहा है।
सरकार यहीं चूक गई: राहुल गांधी
वायरल वीडियो में राहुल गांधी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि, ‘आप पर अंदर से हमला हो सकता है। आप साइबर हमले का सामना कर सकते हैं। 21वीं सदी में आपको एक वैश्विक दृष्टिकोण रखना होगा और सरकार यहीं चूक गई और उसका गणित गलत निकला।’ राहुल ने कहा कि रूस ने जिस तरह का रुख यूक्रेन के लिए अपनाया है, कुछ उसी तरह का रवैया चीन ने भारत के प्रति रखा है।
कमल हसन के साथ राहुल गांधी यह भी कहते हैं, ‘हम लगातार सुनते हैं कि सीमा पर क्या हो रहा है। इसकी सच्चाई यह है कि चीन ने हमारे क्षेत्र का लगभग 2,000 किमी हिस्सा ले लिया है। इस बारे में सरकार ने स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा है। सेना ने कहा है कि वे हमारे क्षेत्र में बैठे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा है कि कोई नहीं घुसा है। इससे चीन को एक बहुत स्पष्ट संदेश जाता है… और संदेश यह है कि वह जो चाहे वह कर सकता है, भारत जवाब नहीं देगा।’ राहुल बातचीत में यह भी कहते हैं कि विपक्ष व सरकार के बीच बातचीत के दरवाजे खुले रहना चाहिए।
अंधेरे में सीटी बजा रहे पीएम : कमल हसन
पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कमल हसन ने कहा, ‘यह अंधेरे में सीटी बजाने जैसा है।’ तभी राहुल कहते हैं, ‘कल्पना कीजिए कि आप देश के नेता हैं और आपकी सेना कह रही है कि वे हमारी सीमा में घुस आए हैं, लेकिन आप इससे इनकार कर रहे हैं। तो सोचिए, आपके देश के बारे में कोई क्या सोचेगा? यह पहला मुद्दा है। दूसरा यह है कि पहले तुम सीमा पर लड़ते थे और अब तुम हर जगह लड़ते हो। बात युद्ध की नहीं है बल्कि, एक ऐसी स्थिति होना चाहिए, जिसमें आप पर कोई हमला नहीं कर सके। एक कमजोर अर्थव्यवस्था वाले राष्ट्र और हमारे क्षेत्र में घुसकर बैठे चीन के बीच एक कड़ी है, क्योंकि वह जानता है कि देश आंतरिक मामलों और आंतरिक भ्रम से जूझ रहा है, इसलिए वह (चीन) जो चाहे कर सकता है।’