Boat haijack follow-up : बीजापुर में इकलौती थी रबर बोट, अब HDPE BOAT के भरोसे नगर सेना, दो दिनों से नक्सलियों के कब्जे में…
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इम्पेक्ट न्यूज़। बीजापुर।
नक्सलियों द्वारा नगरसेना के मोटर चलित रबर बोट को पिछले दो दिनों से हाईजैक कर रखा गया है, जिसे उसपरि घाट के इर्द-गिर्द इंद्रावती नदी के किसी अन्य तट पर रखे जाने की खबर है। नक्सलियों ने इस घटना को तब अंजाम दिया था जब विधायक, एसपी, कलेक्टर दौरा कर लौट चुके थे.
घटना के बाद से जिले में नगरसेना के पास विकल्प के रूप में कोई दूसरी रबर बोट उपलब्ध नहीं है।
प्लाटून कमांडर निर्मल साहू का कहना है कि नक्सलियों द्वारा हाइजेक नाव में 10 लोग बैठ सकते है। वर्ष 2020 में नगर सेना मुख्यालय से जिले को यह नाव मिली थी, तब 2020 में ही इसका इस्तेमाल बाढ़ आपदा में किया गया था.
इस वर्ष भी जून से अगस्त की दरमियान भैरमगढ़ इलाके में आई बाढ़ के बीच सर्वाधिक रेस्क्यू ऑपरेशन में इसी नाव का इस्तेमाल हुआ है.
इसमे 40HP का इंजन लगा हुआ है, यह मिट्टी तेल या पेट्रोल दोनों से चलती है. घटना के बाद जिला सेनानी के पास कोई दूसरा रबर बोट उपलब्ध नहीं है. चूंकि यह एक रबर बोट है जिसमे समय समय पर हवा भरा जाता है, लिहाजा हवा कम होने, पंक्चर होने की दशा में दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है. फिलहाल इस समय नगर सेना एकमात्र HDPE BOAT के भरोसे है.
इधर खबर यह भी है कि बोट को दोबारा हासिल करने कुछ ग्रामीणों की मदद ली गई थी, लेकिन नक्सलियों ने उन्हें बैरंग लौटा दिया. हालाँकि अधिकृत रूप से इस बात की पुष्टि नही हो पाई है.
2013 में नक्सलियों ने डुबोई थी नाव
दक्षिण बस्तर में बोट हाइजेक की यह पहली घटना नही है, इससे पूर्व वर्ष 2013 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले नक्सलियों ने बारसूर इलाके में मतदाताओं के लिए प्रशासन की तरफ से प्रदत्त दो दुरुस्त नाव और ग्रामीणों की डोंगियों को मिलाकर लगभग छह नावों को इंद्रावती में डुबो दिया था, ताकि नदी पार बसे गाँवो के ग्रामीण मतदान ना कर सके.