इधर कैप्टन अमरिंदर सँभालेंगे पंजाब में भाजपा की नाव… उधर नवजोत सिद्धू ने छोड़ा पद…
Getting your Trinity Audio player ready...
|
इम्पेक्ट न्यूज़ डेस्क।
कांग्रेस में सब कुछ ठीक है या अभी ठीक होने में लंबा इंतज़ार है यह सवाल अब ज़रूर उठेगा। पंजाब में भारी उठापटक के बाद कैप्टन से सत्ता खिंचकर दलित चन्नी के लिए सीएम पद का दरवाज़ा खोलने वाले नवजोत सिद्धू ने पीसीसी चेयर पर्सन पद से अपना त्यागपत्र दे दिया है।
उधर पंजाब में मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह मंगलवार शाम दिल्ली पहुंच रहे हैं। यहां वो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिल सकते हैं। इसको लेकर पंजाब की सियासत में खलबली मच गई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि कैप्टन BJP में शामिल हो सकते हैं। विरोधी पार्टियों और राजनीतिक विश्लेषक से लेकर कांग्रेसी भी कैप्टन के रुख का इंतजार कर रहे थे। अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिद्धू के साथ चली कलह के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद कांग्रेस हाईकमान ने चरणजीत चन्नी को मुख्यमंत्री बना दिया।
इस बारे में सिद्धू के मीडिया एडवाइजर सुरिंदर डल्ला ने कहा कि नवजोत सिद्धू सैद्धांतिक राजनीति कर रहे हैं। नई सरकार ने कांग्रेस हाईकमान के नए 18 सूत्रीय फार्मूले पर कोई काम नहीं किया। पिछले 5 दिनों में नई सरकार में ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला।
इस्तीफे की वजह सामने नहीं आई है, लेकिन माना जा रहा है कि सिद्धू उन्हें CM नहीं बनाए जाने से नाराज चल रहे थे। इसके बाद मंत्री पद और मंत्रालय बंटवारे में सिद्धू की नहीं चली। मंगलवार को मंत्रालय बांटे गए तो गृह विभाग सुखजिंदर रंधावा को दे दिया गया। जिसके बाद दोपहर में सिद्धू का इस्तीफा सामने आया है।
सिद्धू के त्यागपत्र पर चंद कसते कैप्टन ने भी ट्वीट किया है कि मैंने पहले ही कहा था कि सिद्धू की मानसिक स्थिति स्थिर नहीं है।