जब गांव की बेटी महिला कमांडो बनकर पहुँची…अपनो से कही मन की बात…मुख्यधारा से जुड़े और विकास में भागीदारी निभाए…
इम्पेक्ट न्यूज़. सुकमा।
जब गांव की बेटी पहली बार महिला कमांडो बनकर अपने गांव पहुँची तो लोग देखते रह गए। महिला कमांडो ने ग्रामीणों से चर्चा की और नक्सलवाद के दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी दी और मुख्यधारा से जुड़ने की बात कही।
जिले के नक्सल प्रभावित थाना एर्राबोर के एर्रापत्ति गांव जहां एसडीओपी अखिलेश कौशिक व दोरनापाल थानाप्रभारी सुरेश जांगड़े के नेतृत्व में जवानों की टीम पहुँची। जवानो के साथ पहली बार महिला कमांडो भी पहुँची। तेन्दुमुत्ता कार्यक्रम के तहत पुलिस अंदरूनी गाँवो में जन जागरण अभियान चला रही है। यहां पुलिस अधिकारियो ने ग्रामीणों को नक्सलवाद को लेकर बाते कही। और शासन की योजनाओं के बारे में कई जानकारी दी और कहा कि आपके विकास के लिए शासन व प्रशासन तत्पर है।
निभाए विकास में भागीदारी – मड़कम मुक्के
वही गांव की युवती मड़कम मुक्के महिला कमांडो बनकर पहुँची थी। ग्रामीणों को समझाइश देते हुए कहा कि नक्सलवाद से कुछ भी हासिल नही होने वाला है। क्योंकि नक्सलवाद से हमारे इलाके में ना तो सड़के बनी और ना ही स्कूल। इसलिए मुख्यधारा से जुड़े और विकास में भागीदारी निभाए।
तेन्दुमुत्ता जन जागरण अभियान जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर चलाया जा रहा है। जिसमे ग्रामीणों को शासन-प्रशासन की योजना को समझाने व नक्सलवाद को लेकर जागरूक करने का काम किया जा रहा है। जन जागरण अभियान से नक्सल मोर्चे पर काफी मदद मिल रही है – अखिलेश कौशिक एसडीओपी दोरनापाल।