19,000 पिछड़ी जाति के स्टूडेंट्स ने पिछले 5 सालों में छोड़ी हायर एजुकेशन : केंद्रीय राज्य शिक्षा मंत्री…
इम्पैक्ट डेस्क.
शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, 2018-2023 के दौरान ओबीसी, एससी और एसटी वर्ग के करीब 19,000 से अधिक छात्र ऐसे हैं, जो केंद्रीय विश्वविद्यालयों, आईआईटी और आईआईएम की पढ़ाई छोड़ दी है। यह आंकड़ा केंद्रीय राज्य शिक्षा मंत्री ने सुभाष सरकार ने राज्यसभा के एक लिखित सवाल के जवाब में दिया।
रिकॉर्ड के अनुसार 2018 से 2023 तक विभिन्न केंद्रीय विश्वविद्यालयों, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के विभिन्न कोर्सेज में 19255 स्टूडेंट्स पढ़ाई छोड़ चुके हैं। बताई गई समयाअवधि में 14446 स्टूडेंट्स ने तीन कैटेगरी में पढ़ाई छोड़ी है।, 44444 स्टूडेंट्स ने आईआईटी से औक 336 आईआईएम से पढ़ाई छोड़ चुके हैं।
सरकार ने कहा कि हायर एजुकेशन क्षेत्र में स्टूडेंट्स के पास कई विकल्प हैं और वे एक ही संस्थान में एक ही कोर्स या प्रोग्राम से दूसरे में शिफ्ट करना चुनते हैं।
यह माइग्रेशन उनके किसी ओर विभाग या संस्थान में उनकी पसंद या किसी और कारणों से सीट सिक्योर होने के कारण होता है। सरकार ने फीस में कमी, अधिक संस्थानों की स्थापना, स्कॉलरशिप, राष्ट्रीय स्तर की स्कॉलरशिप को प्राथमिकता देने जैसे विभिन्न कदम उठाए हैं ताकि खराब आर्थिक स्थिति वाले स्टूडेंट्स को उनकी शिक्षा को आगे बढ़ाने में सहायता मिल सके।