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दिल्ली में कार्यसमिति की बैठक आज… एक साथ जुटेंगे 400 से अधिक कांग्रेसी नेता…

इम्पैक्ट डेस्क.

भारतीय राजनीति में घोर संकट से जूझ रही कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक आज होगी। दिल्ली में होने वाली यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस का ‘चिंतन शिविर’ भी आयोजित होने वाला है। 13 से 15 मई तक आयोजित होने वाले इस चिंतन शिविर में देश भर के कांग्रेसी नेता जुटेंगे। इससे ठीक पहले कांग्रेस सीडब्ल्यूसी की बैठक भी आयोजित कर रही है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि आज होने वाली बैठक में भविष्य की राजनीति और चिंतन शिविर को लेकर चर्चा होगी। 

सूत्रों की मानें तो कार्यसमिति की बैठक संगठनात्मक सुधारों पर विभिन्न पैनल की रिपोर्टों को सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान करने के लिए है। इसके अलावा एजेंडे में भाजपा के धर्म के मुद्दे से निपटने के लिए आगे की रणनीति पर भी जोर दिया जाएगा। दरअसल, कांग्रेस पार्टी की ओर से राजनीति और संगठनात्मक मुद्दों के अलावा समाजिक न्याय, अर्थव्यवस्था, किसान और युवा जैसे विषयों पर छह समन्वय पैनल गठित किए थे। दिल्ली में होने वाली बैठक में इन समन्वय पैनल द्वारा तैयार रिपोर्ट पर भी चर्चा की जाएगी। 

पीके के शामिल होने की चर्चा के बाद पहली बैठक
हाल ही में चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की कांग्रेस से जुड़ने की चर्चाएं थी। पार्टी आलाकमान की उनके साथ कई बैठके भी हुई थीं, लेकिन बात नहीं बनी। कहा जा रहा था कि पार्टी के नेताओं के बीच प्रशांत किशोर को लेकर अलग-अलग मत हैं और इस बीच इन नेताओं में सैद्धांतिक टकराव भी देखने को मिला। हालांकि, बाद में यह साफ हो गया कि कांग्रेस प्रशांत किशोर से दूरी बनाकर ही रखेगी। इस मामले के बाद कार्यसमिति की यह पहली बैठक है। ऐसे में यह भी देखना दिलचस्प होगा कि बिना प्रशांत किशोर पार्टी किस तरह से आगे की राजनीति तय करेगी। 

चिंतन शिविर में शामिल होंगे 400 नेता 
चिंतन शिविर में पार्टी के करीब 400 शीर्ष नेताओं के शामिल होने की संभावना है। चिंतन शिविर में कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) सदस्य, संसद सदस्य, राज्य प्रभारी, महासचिव और प्रदेश अध्यक्षों सहित वरिष्ठ कांग्रेसी नेता भाग लेंगे। चिंतन शिविर को लेकर तैयारियां जोरो-शोरों से चल रही हैं। तीन दिवसीय विचार-मंथन सम्मेलन के दौरान राजनीतिक और संगठनात्मक महत्व, सामाजिक न्याय, अर्थव्यवस्था, किसानों और युवाओं के मुद्दों पर पत्रों का मसौदा तैयार करने और प्रमुख चर्चाओं के लिए छह समन्वय पैनल भी गठित किए हैं।