मराठवाड़ा में क्यों मची खलबली, BJP को शरद पवार ने फिर दी बड़ी टेंशन
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में इस साल अक्तूबर में विधान सभा चुनाव होने हैं। उससे पहले शुक्रवार यानी 12 जुलाई को महाराष्ट्र विधान परिषद (MLC) की 11 सीटों पर चुनाव होने हैं। इसके लिए 12 उम्मीदवार मैदान में हैं। MLC चुनाव से पहले एनडीए गठबंधन के सहयोगी दलों ने अपने-अपने विधायकों को क्रॉस वोटिंग और खरीद-फरोख्त से बचाने के लिए फाइव स्टार होटलों में ठहराया हुआ है। बीजेपी ने जहां अपने विधायकों को कोलाबा इलाके के होटल प्रेसिडेंट में ठहराया है, वहीं शिवसेना शिंदे गुट ने अपने विधायकों को बांद्रा के ताज लैंड्स एंड होटल में ठहराया है।
इस बीच, एनसीपी के संस्थापक और वरिष्ठ नेता शरद पवार ताबड़तोड़ सियासी बैटिंग कर रहे हैं। वह मराठवाड़ा इलाके में मजबूत किलेबंदी कर रहे हैं। इसका असर यह हुआ है कि बीजेपी के कई नेता और भतीजे अजित पवार के साथ गए एनसीपी के कई विधायक उनकी पार्टी के संपर्क में हैं। पवार की सियासी किलेबंदी और चक्रव्यूह रचने का नतीजा भी दिखने लगा है। एनडीए गठबंधन के कई नेता पिछले कुछ दिनों से शरद पवार की पार्टी में शामिल हो रहे हैं। इनमें मराठवाड़ा क्षेत्र से दो-तीन नेता भी शामिल हैं।
पवार के समीकरणों का ही नतीजा रहा कि राज्य के पूर्व गृह मंत्री कुछ दिनों पहले माधव किन्हालकर ने बीजेपी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। अब बीजेपी के पूर्व विधायक सुधाकर भालेराव ने भी बीजेपी को टाटा बाय-बाय बोल दिया है और एनसीपी का दामन थाम लिया है। शरद पवार की मौजूदगी में यशवंतराव चव्हाण सेंटर में गुरुवार को सुधाकर भालेराव ने एनसीपी की सदस्यता ली। उनके साथ कई कार्यकर्ताओं ने भी पवार की पार्टी की सदस्यता ली। इससे गदगद पवार आगामी विधानसभा चुनावों के लिए बिगुल फूंकते नजर आए। उन्होंने ये भी बताया कि आगामी विधानसभा चुनावों में महाविकास अघाड़ी को कितनी सीटें मिलेंगी और उसका सियासी गणित क्या होगा?
ABP माझा की रिपोर्ट के मुताबिक, शरद पवार ने कहा कि लोकसभा चुनावों में मिले जनता के रुख और रुझानों के बाद बड़ी संख्या में दूसरे दलों के कार्यकर्ता और नेता एनसीपी में शामिल होने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे राज्य की तस्वीर बदलने जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में अब महाविकास अघाड़ी बड़ी शक्ति बन रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों ने वैसे लोगों को सबक सिखाने की ठान ली है, जो जीतकर किसी और दल से गए और बाद में किसी और के साथ चले गए।
पवार ने कहा कि आज सुधाकरराव भालेराव और अन्य नेता आये हैं, देवलाली से कार्यकर्ता भी आये हैं। यह घर (NCP)आप सभी का है। पवार ने कहा कि इस समय महाराष्ट्र गलत लोगों के हाथ में है और प्रदेश की जनता यह जान चुकी है, इसीलिए इस तस्वीर को बदलने के इरादे से लोकसभा चुनाव में 48 में से 31 पर हमें जीत दिलाई है। पवार ने कहा कि ये अभी शुरुआत है क्योंकि राज्य के लोगों ने एक तरह से आगामी विधानसभा चुनावों से पहले ही हमें ऐसी जीत देकर राज्य की सत्ता सौंपने का इशारा कर दिया है। उन्होंने कहा विधानसभा में 288 सीटें हैं, और उनका गठबंधन 225 से ज्यादा सीटें जीतेगा।
बता दें कि बीजेपी की अगुवाई वाली महायुति मराठवाड़ा क्षेत्र की सभी पांच सीटों पर लोकसभा चुनाव हार गई थी। इसमें जालना भी शामिल है, जहां केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे को हार का सामना करना पड़ा। वह जालना से पांच बार सांसद रहे और 1999 से इस सीट पर काबिज थे। इसके अलावा इससे सटे बीड में भी भाजपा की पंकजा मुंडे हार चुकी हैं। डिंडोरी सीट से भी केंद्रीय मंत्री भारती पवार की हार हुई थी। मराठवाड़ा में के तहत नांदेड़, परभणी, हिंगोली, औरंगाबाद और जालना संसदीय क्षेत्र आते हैं।