जब बढ़ानी हो घर की रौनक तब लगाएं ये डिजाइनर पर्दे…
अगर आप अपने घर को खूबसूरत लुक देना चाहती हैं, तो डिजाइनर और कलर्ड पर्दे का इस्तेमाल करें। यह आपके स्टाइल के बारे में भी बहुत कुछ बताते हैं। अगर घर में पर्दे नहीं होंगे तो एक पल में ये बात आपका ध्यान खींच लेगी। इंटीरियर विशेषज्ञ कहते हैं घर की खूबसूरती उसके फोटोजेनिक होने में पर्दों की बड़ी भूमिका होती है। लेकिन पर्दे का यूज करने से पहले कुछ जरूरी बातों पर गौर करना चाहिए, तभी घर को डिफरेंट लुक मिलता है। लेकिन घर के लिए पर्दे लेने से पहले अपनी पसंद और फैब्रिक के साथ डिजाइन का भी ख्याल रखें।
-हर मौसम में अपने घर को नए पर्दों से सजा दें। फिर देखें उसकी रंगत ही अलग नजर आती है। रंगों, टेक्सचर और स्टाइल से एक्सपेरिमेंट करें, ताकि एक ऐसा माहौल पैदा हो जाए जो कैजुअल, शानदार, ट्रेडिशनल और कलरफुल हो। पर्दे का स्टाइल और कलर कैसा हो, यह इस बात पर निर्भर करता है कि कमरा किस तरह का है और आपकी पसंद क्या है? आप अपने कमरे को क्या बैकग्राउंड देना चाहती हैं।
-पर्दे हर कलर और डिजाइन में आते हैं। साथ ही ये कई फैब्रिक्स में आते हैं, जैसे कॉटन, लिनेन, वेलवेट और टेप्स्ट्री। -पर्दों को टांगने के लिए भी बहुत सारे विकल्प हैं जैसे रॉड के साथ, सजावटी फिनियल, ऑर्नामेंटल ब्रैकेट, होल्डबैक, टाईबैक आदि। चुना गया विकल्प इस बात पर निर्भर करता है कि आप खिड़कियों को ढंकना चाहते हैं या उन्हें दिखाना भी चाहते हैं, क्योंकि वह आर्किटेक्ट के हिसाब से खिड़कियां खास होती हैं। आप प्राइवेसी चाहते हैं या छोटे कमरे को विजुअली बड़ा बनाना चाहते हैं।
अगर आप कमरे के अंदर भी गार्डन को महसूस करना चाहती हैं तो फिर फूलदार छींट, हरी और लाल सिल्क, साटिन या कॉटन ब्लेंड की ओर देखें। मॉडर्न टच के लिए ठोस रंग के न्यूट्रल्स या प्लेन में ज्योमेट्रिक पैटर्न या टेक्सचर्ड शहनील, लिनेन, कॉटन या चमड़े पर फोकस करें। परंपरागत लुक के लिए ब्रोकेड, एंब्रोस, वेलवेट, दमस्क, तफेता आदि का इस्तेमाल करें।
-फर्नीचर, खिड़कियों या दीवारों को भी पर्दे से बिल्कुल नयापन हासिल हो जाता है।
-ऊर्जा भरे माहौल के लिए आपको चैड़े असमतल स्ट्राइप्स, बड़े अमूर्त पैटर्न या कॉटन में चमकदार ठोस रंग, कैनवस या डेनिम या जमीनी रंग की जरूरत होती है। शांत वातावरण के लिए आप ठोस रंगों या साधारण समतल पैटर्न जो प्लेन या हल्के टेक्सचर्ड फैब्रिक पर हों, का इस्तेमाल करें। धारियों वाली लिनेन, चैक या टेक्सचर्ड कॉटन, सिल्क या सफेद ब्लेंड पेस्टल्स या जमीनी टोन सभी इस बात की पूर्ति कर देंगे।
-पर्दे हर कलर और डिजाइन में आते हैं। साथ ही ये कई फैब्रिक्स में आते हैं, जैसे कॉटन, लिनेन, वेलवेट और टेप्स्ट्री।
-पर्दे में लाइन का इस्तेमाल ठीक से करें। जब पर्दे को इस तरह इस्तेमाल किया जाता है कि खिड़की का आकार बढ़ा हुआ प्रतीत हो, तो लाइनिंग के प्रयोग से यह नहीं मालूम होगा कि खिड़की कहां खत्म होती है और दीवार कहां शुरू होती है। लाइन के इस्तेमाल का एक बड़ा कारण यह है कि इससे सजावटी फैब्रिक फेड नहीं होते। घर की सभी खिड़कियों पर एक ही रंग का इस्तेमाल करें ताकि बाहर से देखने पर सारी खिड़कियां एक सी लगें।
-अगर आप कमरे में अतिरिक्त रोशनी चाहती हैं, तो ट्रैंसोम खिड़की के पर्दों का इस्तेमाल करें। इन दो हिस्सों वाले पर्दों में शीर फैब्रिक ऊपर होता है और प्राइवेसी पैनल नीचे। टैप-टॉप पर्दों में फैब्रिक लूप ऊपर होता है, जिसमें से शेड निकाली जाती है। टैप-टॉप पर्दों में ऊपर टाई फैब्रिक पैनल होता है, जोकि रॉड से बंधे होते हैं। ग्रूमैट-टॉप पैनलों में धातु की आईलेट ऊपर होती है, जिन्हें पर्दों के रिंग के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है। टैप-टॉप सबसे आधुनिक, साफ, स्टाइल भरे पर्दे हैं और आजकल के घरों में इन्हीं का इस्तेमाल हो रहा है।
-पर्दे को रस्सी या ब्रैकेट या किसी अन्य चीज से बांधा जा सकता है। इसे टाई-बैक कहते हैं, यह पूर्णता का अहसास दिलाते हैं और पर्दे को अतिरिक्त आकार देते हैं। बो-टाई बनाने के लिए रिबन का इस्तेमाल करें। इसमें कुछ क्रिएटिव करने के लिए राफिया या स्ट्रिंग या लेदर या डोरनॉब का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। भारी पर्दा साधारण रस्सी की टाई-बैक से अच्छा लगने लगता है और पतली कमजोर फैब्रिक का पर्दा अच्छा लगेगा, जब उसे भारी चीज से बांधकर रखेंगी।