कमजोर गिट्टियों ने खोली गुणवत्ता की पोल… भाजपा बोली– भ्रष्टाचार की वेदी पर ताड़लागुड़ा सड़क निर्माण… पूर्व मंत्री महेश गागड़ा का आरोप– माइनिंग नियमों की खुलेआम उड़ रही धज्जियां…
इंपेक्ट डेस्क.
बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर को तेलंगाना से जोड़ती ताड़लागुड़ा सड़क के निर्माण में व्यापक भ्रष्टाचार का आरोप पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा ने लगाया है। उनका कहना है कि इस बहुप्रतिक्षित सड़क पर डामर की परत जमने से पहले उखड़ रही है और तो और डब्लूवीएम कार्य में प्रयुक्त की जा रही गिट्टी पास के नदी-नालों से माइनिंग कर लाई जा रही है, जो मापदंडों पर खड़ी नहीं उतरती । इस्तेमाल की जा रही गिट्टियां इतनी कमजोर है कि गाड़ियां गुजरने के साथ टूट कर चूर्ण बन रही है और धूल में तब्दील होकर सड़क पर गुबार बनकर उड़ रही है। पूर्व मंत्री का कहना था कि गिटियां पास के नदी-नालों में खनन कर लाई जा रही है और अटूकपल्ली के नजदीक ही क्रशिंग हो रही हैं, जो कि पूरी तरह से अवैधानिक है। फारेस्ट एरिया में माइनिंग नियमों को ताक पर रखकर ठेकेदार गिट्टी खनन से लेकर क्रशिंग को अंजाम दे रहे हैं।
गागड़ा ने कहा कि ताड़लागुड़ा सड़क क्षेत्रवासियों की बहुप्रतिक्षित सडक है इसे हम भ्रष्टाचार की भेंट नहीं चढ़ने देंगे, अगर सरकार-प्रशासन को आम जनता की सहूलियत से वास्ता नहीं तो भाजपा पूरे मामले को लेेकर जमीनी लड़ाई आगे लड़ेगी।
सोने के अंडे बने तालाब
भोपलपट्नम के दौरे से लौटकर पत्रवार्ता कर रहे पूर्व मंत्री ने तालाब खनन, गहरीकरण को लेकर कांग्रेस पर चरम भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उनका कहना था कि कांग्रेस राज में तालाब कद्दावर कांग्रेसियों के लिए सोने के अंडे बन चुके हैं। तालाब की आड़ में व्यापक भ्रष्टाचार कर कांग्रेसी सरकारी पैसों से अपनी तिजोरियां भर रहे हैं। जहां चाहे वहां तालाब कागजों पर दिखाकर सरकारी राशि का आहरण कर लिया जा रहा है। इसे लेकर प्रशासन गंभीर है और ना सरकार को इसकी परवाह। सांठगांठ से तालाब खनन, गहरीकरण के नाम पर केवल भ्रष्टाचार ही किया जा रहा है।