Madhya Pradesh

आधुनिक संसाधनों और तकनीक का उपयोग कर लाएंगे सुशासन: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भोपाल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में युवाओं, महिलाओं, किसानों, गरीबों सहित सभी वर्गों के उत्थान और विकास कार्य जारी हैं। युवाओं के कौशल विकास के लिए राज्य सरकार मिशन मोड में काम कर रही है। युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, उद्योगों में महिलाओं को रोजगार देने के लिए अवसर बढ़ाए जा रहे हैं। गरीबों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं संचालित की गई हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव कुशाभाऊ ठाकरे इन्टरनेशनल कन्वेंशन सेन्टर में आयोजित संवाद कार्यक्रम में प्रश्नों के उत्तर दे रहे थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में नदी जोड़ो अभियान से किसानों को सिंचाई के क्षेत्र में बहुत अधिक लाभ होगा। उत्पादन के क्षेत्र में मध्यप्रदेश आने वाले समय में पंजाब और हरियाणा को भी पीछे छोड़ देगा। उन्होंने कहा कि खेती के अलावा पशुपालन और दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने के प्रयास जारी हैं। प्रदेश में आधुनिक संसाधनों और तकनीक का उपयोग करते हुए सुशासन के क्षेत्र में बेहतर कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कानून का पालन करना हम सभी का दायित्व है। सेनेटरी पेड और स्वच्छता के क्षेत्र में किए गए कार्य के लिए यूनीसेफ ने मध्यप्रदेश की पहल की सराहना की है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश से भगवान श्रीकृष्ण का गहरा संबंध है। भगवान श्री कृष्ण यहां उज्जैन के सांदीपनी आश्रम में शिक्षा ग्रहण करने आए थे। इंदौर के पास जानापाव में भगवान श्रीकृष्ण को परशुराम जी ने सुदर्शन चक्र प्रदान किया था। जन्माष्टमी हमारे लिए सौभाग्य का पर्व है। रक्षाबंधन केवल भाई-बहन का पर्व नहीं है बल्कि सबको साथ लेकर चलने वाला संस्कृति का पर्व है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से उज्जैन का अत्यधिक महत्व है। काल की गणना में उज्जैन अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है। उज्जैन में सिंहस्थ की तैयारी अभी से प्रारंभ कर दी गई है, जिससे श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में निवेश बढ़ाने पर ध्यान दिया जा रहा है। प्रदेश के सभी संभागों में रीजनल इन्वेस्टर्स समिट आयोजित कर रहे हैं। देश-विदेश के निवेशकों को प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश की अर्थ व्यवस्था को तेजी से बढ़ाया है। प्रदेश के बजट को आने वाले पांच साल में दोगुना कर दिया जाएगा। रोजगार के लिए कई बेहतर व्यवस्थाएं की जा रही हैं। रोजगारपरक उद्योगों को बढ़ावा दिया जा रहा है।