विपक्षी नेताओं की जासूसी मामले में तेलंगाना के दो और सीनियर पुलिस अधिकारियों पर गाज गिरी
हैदराबाद
विपक्षी नेताओं की जासूसी मामले में तेलंगाना के दो और सीनियर पुलिस अधिकारियों पर गाज गिरी है। दो एएसपी रैंक के अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है। इसे पहले स्पेशल इंटेलिजेंस ब्यूरो के पूर्व डीएसपी डी प्रनीत राव को गिरफ्तार किया गया था। अब गिरफ्तार किए गए अधिकारियों में एसआईबी तिरुपत्तना और सीएम सिक्योरिटी सेल में शामिल रहे एन भुजंग राव भी शामिल हैं। आरोप है कि राज्य में बीआरएस सरकार के दौरान ये विपक्षी नेताओं की जासूसी का काम किया करते थे।
तिरुपत्तना पर आरोप है कि सर्विलांस टीम में रहने के दौरान उन्होंने विपक्षी नेताओं के फोन भी टैप किए थे। इसके बाद वह एसआईबी के प्रमुख टी प्रभाकर राव को रिपोर्ट करते थे। वह भी राज्य सरकार के रडार पर हैं। दोनों एएसपी को बंजारा हिल्स पुलिस स्टेशन में बुलाया गया था। यहीं पर प्रणीत से पिछले एक सप्ताह से पूछताछ चल रही थी। प्रणीत के साथ दो एएसपी से भी पूछताछ की गई।
हैदराबाद पुलिस ने दावा किया है कि पूछताछ के दौरान दोनों पुलिस अधिकारियों ने माना कि वे साजिश में शामिल थे। उनपर यह भी आरोप है कि उन्होंने अपने खिलाफ सबूत मिटाने के लिए सार्वजनिक संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया है। शुक्रावर को पुलिस प्रभाकर राव के आवास पर पहुंची थी तो पता चला कि राज्य में बीआरएस की हार के बाद वह विदेश चले गए हैं। इसके बाद पुलिस कीटीम भुजंग राव और एक तेलुगु मीडिया चैनल के सीईओ के घर पहुंची। उनपर भी साजिश में शामिल होने के आरोप है।
भुजंगराव पर सूचना को पहुंचाने का आरोप है। आरोप है कि वह राज्य की कैबिनेट में प्रमुख लोगों को सूचना दिया करते थे। उन्हें जल्द ही एएसपी के पद पर तैनाती मिली थी। डीसीपी वेस्ट जन एसएम विजय कुमार जांच पर निगरानी रख रहे हैं। गिरफ्तारी केबाद दोनों पुलिस अधिकारियों से पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि किसकी-किसकी जासूसी की जारही थी।