मन की शक्ति और याददाश्त को बढ़ाने के लिए सुबह के नाश्ते में चाय और देसी घी को शामिल करें
दिन की पहली चाय की बात ही अलग है। यह नींद भगाने के साथ मूड को बेहतर बना देती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस चाय में छोटा सा बदलाव करने पर दिमाग को सुपर ब्रेन बनाया जा सकता है। यह आपके दिमाग का फंक्शन बढ़ा देता है। इसके लिए आपको चाय में देसी घी डालकर पीना है।
यह रेसिपी पश्चिमी देशों से आया है जहां कॉफी में घी या बटर डालकर पीया जाता है। इसे बुलेटप्रूफ कॉफी कहा जाता है मगर यह तरीका चाय पर भी काम करता है। इससे चाय के फायदे और देसी घी के फायदे मिलकर डबल ताकत देते हैं। आइए बुलेटप्रूफ टी पीने के सारे फायदे जानते हैं।
चाय में देसी घी मिलाने का तरीका
सुबह की चाय में एक चम्मच देसी घी डालकर अच्छे से मिलाकर पीएं। लेकिन अगर आप दूध वाली चाय की जगह हर्बल टी में घी डालकर पीएंगे तो ज्यादा बेहतर रहेगा। एक स्वस्थ व्यक्ति दिन में 2 बार इस चाय का सेवन कर सकता है।
दिमाग की ताकत होगी डबल
चाय में कैफीन होता है जो दिमाग के बंद दरवाजे खोल देता है। यह दिमाग को एक्टिव बनाता है और कॉग्नीटिव फंक्शन बढ़ जाता है। इस फंक्शन में आपकी याददाश्त, सीखना आदि आता है। शोध के मुताबिक (ref.) आयुर्वेद में देसी घी के अंदर मेध्य रसायन गुण होते हैं जो याददाश्त और दिमाग की सक्रियता को तेजी से बढ़ाता है।
हर्बल टी के फायदे
चिंता और तनाव दूर
चाय के एंटीऑक्सीडेंट्स और देसी घी के हेल्दी फैट्स मिलकर तनाव से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं। इससे आपका मूड अच्छा हो जाता है और चिड़चिड़ापन या मूड स्विंग्स जैसी दिक्कत नहीं होती। यह फायदा भी दिमाग को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
करंट की तरह एनर्जी
बुलेटप्रूफ टी कैलोरी और न्यूट्रिशन का मिक्सचर है। इससे विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स मिलते हैं। यह कमजोरी, आलस और थकावट दूर करते हैं। आप शरीर में पहले से ज्यादा चुस्ती और स्फूर्ति महसूस करते हैं।
इम्यूनिटी बूस्टर ड्रिंक
चाय में घी डालकर इम्यूनिटी बढ़ाने वाली ड्रिंक भी बना सकते हैं। यह इंफेक्शन से लड़ने वाली रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा देती है। जिससे मौसम बदलने पर बीमार होने से बचा जा सकता है।
नहीं बनेंगे दिल के मरीज
जिन लोगों को दिल की बीमारी नहीं है उनको इस ड्रिंक को जरूर लेना चाहिए। क्योंकि इससे दिल की बीमारी होने का आगे वाला खतरा भी कम किया जा सकता है। इसके हेल्दी फैट्स गंदे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने नहीं देते हैं।